सचिन यादव: भाला फेंक का चमकता सितारा, पहले ही टूर्नामेंट में जीता रजत
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भाला फेंक के होनहार भारतीय खिलाड़ी सचिन यादव ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 26वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक अपने नाम किया।

25 वर्षीय सचिन ने दक्षिण कोरिया के गुमी में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और 85.16 मीटर का थ्रो फेंका।

वह मौजूदा ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम से पीछे रहे, जिन्होंने 86.40 मीटर के साथ स्वर्ण पदक जीता।

हालांकि, सचिन विश्व चैंपियनशिप क्वालीफिकेशन मार्क (85.50 मीटर) से मामूली अंतर से चूक गए, लेकिन उन्होंने अपने पहले ही इंटरनेशनल टूर्नामेंट में सिल्वर मेडल जीतकर सनसनी मचा दी है।

उत्तर प्रदेश में बागपत के पास खेकड़ा गांव के एक किसान परिवार में जन्मे सचिन यादव का इससे पहले व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 84.39 मीटर था।

इस स्पर्धा में भाग ले रहे भारत के एक अन्य खिलाड़ी यशवीर सिंह ने भी प्रभावित किया और 82.57 मीटर का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पांचवां स्थान हासिल किया।

नदीम ने धीमी शुरुआत की और अपने पहले थ्रो के साथ केवल 75.45 मीटर की दूरी दर्ज की। लेकिन ओलंपिक चैंपियन ने जल्द ही गियर बदलते हुए 85.47 मीटर थ्रो के साथ बढ़त बना ली और 86.40 मीटर के साथ एशियाई चैंपियन बने।

जापान की युता साकियामा ने 83.75 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता। यह नदीम का पहला एशियाई चैंपियनशिप पदक है।

बागपत के पास खेकड़ा गांव के एक किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले सचिन यादव पहली बार अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे थे।

उन्हें नीरज चोपड़ा के बाद पुरुषों की भाला फेंक में अगला बड़ा नाम माना जा रहा है। सचिन यादव ने पिछले साल भारतीय जीपी में 82.69 मीटर का थ्रो किया था। नीरज चोपड़ा के अलावा कोई अन्य भारतीय इससे आगे का थ्रो नहीं कर पाया है।

पिछले नवंबर में दिल्ली में पुलिस चैंपियनशिप में उन्होंने 84.21 मीटर का बेहतर थ्रो किया था - लेकिन उस प्रतियोगिता को आधिकारिक रिकॉर्ड में शामिल नहीं किया गया था।

इसके अलावा उन्होंने एक बार 90 मीटर के करीब थ्रो किया था, लेकिन यह थ्रो अमान्य था क्योंकि उन्होंने स्टेप-आउट फाउल किया था।

इस साल की शुरुआत में देहरादून में हुए नेशनल गेम्स में सभी का ध्यान सचिन यादव की तरफ ही था। इस टूर्नामेंट में एक ओलंपियन- शिवपाल सिंह और विश्व चैंपियनशिप के फाइनलिस्ट -रोहित यादव भी हिस्सा ले रहे थे, लेकिन लोगों कि निगाहें सचिन पर थी। सचिन ने देहरादून में वार्म-अप थ्रो में 85 मीटर तक के थ्रो आसानी से किए थे। नेशनल गेम्स में सचिन ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।

कहा जाता है कि सचिन ने शुरुआत में कोई गेम नहीं खेला था। वह क्रिकेट जरूर खेलते थे, लेकिन मनोरंजन के लिए और इसी दौरान उनकी मुलाकात संदीप से हुई थी।

सचिन यादव ने 19 की उम्र में एथलेटिक्स में प्रवेश किया था। सचिन यादव को भाला फेंक से उनके पड़ोसी संदीप यादव ने परिचित कराया था जिन्होंने बाद में उन्हें नयी दिल्ली में (जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में एनसीओई में) जाने-माने भाला फेंक कोच नवल सिंह के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण लेने की सलाह दी।

वह खेल कोटे के तहत 2023 में उत्तर प्रदेश पुलिस में शामिल हुए। संदीप भी उत्तर प्रदेश पुलिस में हैं।

सचिन यादव ने कहा, नवल सिंह के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण ने मेरी जिंदगी बदल दी। मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि मैं इस मुकाम तक पहुंचूंगा। लेकिन संदीप भाई और गुरुजी (नवल सिंह) की वजह से ऐसा हुआ।

दिलचस्प बात यह है कि यादव ने कहा कि वह 2023 में उत्तर प्रदेश पुलिस में नौकरी मिलने के बाद भाला फेंकना छोड़ने वाले थे।

उन्होंने कहा, मैं पुलिस की नौकरी मिलने के बाद संतुष्ट था और मैंने सोचा था कि मैं भाला फेंक खेल छोड़ दूंगा। लेकिन संदीप भाई ने कहा तुम फिर से भाला फेंकना शुरू करो । उन्होंने मुझे दिल्ली में नवल सर के पास भेजा और अब मैं यहां हूं।

सचिन की तुलना अक्सर अरशद नदीम से होती है। सचिन की मानें तो एक बार नीरज चोपड़ा ने भी उनसे यह बात कही थी।

सचिन ने बताया कि भुवनेश्वर में फेडरेशन कप के दौरान उनकी नीरज से मुलाकात हुई थी, जहां उन्होंने इस उभरते हुए स्टार की तारीफ की।

सचिन ने कहा, नीरज भाई ने मुझे बताया कि मेरा शरीर और फेंकने की तकनीक (पाकिस्तान के ओलंपिक चैंपियन) अरशद नदीम के समान थी। उन्होंने मुझसे कहा कि मेरे पास अच्छा झटका है और मुझे और अधिक ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। जब एक अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक पदक विजेता आपको यह बताता है, तो आपको लगभग ऐसा लगता है जैसे भगवान ने आपको यह बताया है।

सचिन के कोच नवल भी मानते हैं कि इन दोनों एथलीट में समानता है। नवल की मानें तो, वे समान हैं लेकिन अंतर हैं। अरशद एक महान थ्रोअर हैं। उनके पास बहुत ताकत है लेकिन शानदार नियंत्रण भी है। सचिन के पास शानदार झटका है लेकिन उनके पास महान तकनीक नहीं है। फिलहाल, उनके और अरशद के बीच एक अंतर है।

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