7000 किलो की मिसाइल और 3200 किमी रेंज: भारत का फिफ्थ जेन जेट देगा पाकिस्तान को मात!
News Image

भारतीय वायुसेना को शक्तिशाली बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, देश में ही पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान बनाने की योजना को मंजूरी मिल गई है। एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) नामक यह स्वदेशी फाइटर जेट, दुश्मन के रडार को भी चकमा देने में सक्षम होगा।

यह विमान भारतीय वायुसेना का पहला स्टेल्थ विमान होगा, जिसे दुश्मन की नजरों से बचाना आसान होगा। दो इंजनों वाला यह मल्टीरोल फाइटर जेट हर मौसम में उड़ान भरने और हमला करने की शक्ति रखता है।

AMCA 7000 किलोग्राम तक बम, मिसाइलें या सैन्य उपकरण ले जा सकता है। एक बार ईंधन भरने पर यह 3200 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर सकता है। 65 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ने वाले इस विमान का वजन लगभग 25 टन होगा।

पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों ने युद्ध के तौर-तरीकों में क्रांति ला दी है। फिलहाल, दुनिया के कुछ ही देशों के पास ऐसे विमान हैं। अमेरिका के पास एफ-22 और एफ-35, रूस के पास Su-57 और चीन के पास J-20 और J-35 जैसे लड़ाकू विमान हैं।

चीन द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को 40 स्टेल्थ लड़ाकू विमान J-35 देने की घोषणा के बाद, भारत के लिए भी पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान बनाना जरूरी हो गया है।

पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान कार्बन फाइबर जैसे मिश्रित पदार्थों से बनाए जाते हैं। इससे दुश्मन के रडार पर यह विमान टेनिस की छोटी बॉल जितना दिखाई देता है, जिसे स्टेल्थ तकनीक कहते हैं। यह तकनीक दुश्मन की मिसाइलों को निशाना लगाने से रोकती है।

रक्षा मंत्रालय के अनुसार, AMCA के निर्माण के लिए सरकारी कंपनियों के साथ-साथ निजी कंपनियों को भी बोली लगाने का मौका मिलेगा। AMCA स्वदेशी तकनीक से बनने वाला दूसरा फाइटर जेट होगा। इससे पहले, देश में लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस और उसके एडवांस वर्जन तेजस मार्क वन को तैयार किया जा चुका है।

दावा किया जा रहा है कि AMCA का पहला प्रोटोटाइप 2028-29 तक तैयार हो जाएगा और इसका प्रोडक्शन 2032-33 तक शुरू हो सकता है। सूत्रों के अनुसार, 2034 तक यह विमान वायुसेना और भारतीय नौसेना को मिल पाएगा। इस प्रोजेक्ट के लिए भारत ने मार्च 2024 में 15 हजार करोड़ रुपये की मंजूरी दी है।

पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट की एक और बड़ी खूबी होगी इसके हथियार, जो पलक झपकते ही शत्रुओं को निशाना बना लेंगे। इसमें ऐसा इंजन होगा, जो लंबे समय तक बिना ज्यादा ईंधन खर्च किए ही ध्वनि से तेज रफ्तार से चल सकेगा।

अगर ऐसे फाइटर जेट्स का तेजी से निर्माण हुआ, तो भारतीय वायुसेना को दुश्मनों से मुकाबला करने की ताकत मिलेगी।

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

लाखों खर्च कर खिलाड़ी चमकाते हैं सोशल मीडिया, जडेजा का सनसनीखेज खुलासा

Story 1

गुजरात के 12 जिलों पर मंडरा रहा बारिश का खतरा, IMD का अलर्ट जारी

Story 1

मैं जो कमिटमेंट करता हूं, तो... एयर चीफ मार्शल ने पाकिस्तान को दी सलमान खान के अंदाज में चेतावनी

Story 1

IMF का बड़ा दावा: 2030 तक भारतीय अर्थव्यवस्था 6.8 ट्रिलियन डॉलर!

Story 1

मैदान पर गुंडागर्दी: बांग्लादेश और अफ्रीकी खिलाड़ी भिड़े, अंपायर भी नहीं बचे!

Story 1

फल खरीदते पति की दुविधा: पत्नी ने हर पसंद को नकारा, वीडियो वायरल

Story 1

अल्लाह जिसे बुलाता है, उसे कोई रोक नहीं सकता: गद्दाफी नाम के युवक के साथ हुआ करिश्मा

Story 1

पाकिस्तान कुछ कर पाता इससे पहले ही भारत ने ब्रह्मोस से... शहबाज शरीफ ने खुद ही उगला अपनी तबाही का सच

Story 1

श्रेयस अय्यर के कांपे पैर, हेजलवुड को सामने देखकर मैदान छोड़ा!

Story 1

इटावा रेलवे स्टेशन पर तेल फैलने से फिसले यात्री और RPF जवान, मची अफरा-तफरी