हां, हमने आतंकियों को खाना खिलाया: पाकिस्तान ने कबूला अपना गुनाह
News Image

पाकिस्तान के राजनीतिक नेतृत्व के हालिया बयानों ने देश के आतंकवाद संबंधी अतीत पर एक बार फिर रोशनी डाली है। पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी और रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने स्वीकार किया है कि पाकिस्तान ने पिछले कुछ दशकों में आतंकवादी संगठनों को सहायता और आश्रय दिया। इन नेताओं के बयानों से आतंकवाद पर पाकिस्तान की दोहरी नीति पर अंतरराष्ट्रीय बहस छिड़ गई है।

स्काई न्यूज से बात करते हुए बिलावल भुट्टो ने कहा, यह कोई रहस्य नहीं है कि पाकिस्तान का एक अतीत रहा है। हमने आतंकवादियों को पनाह दी और इसीलिए हमें बहुत कुछ सहना पड़ा। मेरी मां (बेनजीर भुट्टो) की हत्या इन उभरते आतंकवादियों ने की थी। मैं खुद भी उनके पीड़ितों में से एक हूं। भुट्टो ने कहा कि आतंकवाद और आंतरिक हिंसा की वजह से पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ी है। हालांकि, उनके अनुसार, पाकिस्तान ने अब सबक सीख लिया है और अंदर से सुधार किए हैं। यह अब इतिहास है और पाकिस्तान अब ऐसी गतिविधियों में शामिल नहीं है, उन्होंने कहा।

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने भी कुछ दिन पहले स्काई न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में स्वीकार किया कि पाकिस्तान ने तीन दशकों तक अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए गंदा काम किया है। उनके अनुसार, यह एक बड़ी गलती थी, जिसके गंभीर परिणाम आज हम भुगत रहे हैं।

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 जवान शहीद हो गए थे। खुलासा हुआ है कि इस हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था। ऐसे संवेदनशील घटनाक्रम के बाद पाकिस्तान के प्रति अंतर्राष्ट्रीय संदेह गहरा गया है।

एक रैली में बोलते हुए भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन भारत द्वारा उकसाए जाने पर वह युद्ध से भी नहीं कतराएगा। अगर कोई हमारी सिंधु पर हमला करेगा तो उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा, उन्होंने कहा। यह बयान आतंकवाद पर भुट्टो और पाकिस्तान के पश्चातापपूर्ण रुख के खोखलेपन को उजागर करता है।

इन बयानों से पाकिस्तान की दोधारी और विरोधाभासी नीति की झलक मिलती है। एक ओर तो वे अपनी गलतियों को स्वीकार कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भारत को धमका भी रहे हैं। विश्लेषकों के अनुसार, इन बयानों से पाकिस्तान पर अंतर्राष्ट्रीय दबाव बढ़ सकता है, खासकर तब जब भारत जैसे देश लगातार पाकिस्तान से आतंकवादी घुसपैठ को लेकर आवाज़ उठा रहे हैं।

पाकिस्तान के दो वरिष्ठ नेताओं के इन कबूलनामों ने आतंकवाद पर उनके रुख के खोखलेपन को दुनिया के सामने उजागर कर दिया है। इससे न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर भी पाकिस्तान के प्रति संदेह और आलोचना का भाव बढ़ने की संभावना है। दुनिया अब पाकिस्तान से उम्मीद करती है कि वह न केवल अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करेगा, बल्कि भविष्य में ऐसी गतिविधियों को पूरी तरह से रोकने के लिए ठोस कदम उठाएगा।

*

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

मौलवी साहब भूले माइक बंद करना, खर्राटों से गूंजा इलाका!

Story 1

गोवा जत्रा में भगदड़: 6 की मौत, 50 से अधिक घायल

Story 1

जब मैं गुजरात में नया-नया CM बना, तब हैदराबाद में बाबू... : PM मोदी का मंच से बड़ा खुलासा, नायडू भी रह गए हैरान!

Story 1

राशिद खान का अविश्वसनीय कैच: दांतों तले उंगली दबा लेंगे आप!

Story 1

हमें काम मत सिखाइए! ₹2500 योजना पर AAP के सवाल पर नई CM रेखा गुप्ता ने लगाई फटकार

Story 1

सर्जिकल स्ट्राइक पर चन्नी के बयान से बवाल, बीजेपी ने बोला हमला, दी सफाई

Story 1

मुझे सुसाइड बम दीजिए मोदी जी, मैं पाकिस्तान जाऊंगा : कर्नाटक के मंत्री का सनसनीखेज बयान

Story 1

IPL 2025: गुजरात-हैदराबाद मैच में बवाल, अंपायर से दो बार भिड़े कप्तान शुभमन गिल

Story 1

क्या आपने कभी स्कूटी चलाते सांड को देखा है? ऋषिकेश में CCTV में कैद हुआ दुर्लभ दृश्य!

Story 1

आईपीएल 2025: शीर्ष 4 में जगह के लिए घमासान, मुंबई इंडियंस नंबर 1 पर बरकरार!