पहलगाम, जम्मू कश्मीर में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है. आतंकियों ने बैसरन घाटी घूमने आए पर्यटकों से उनके नाम और धर्म पूछकर उन्हें निशाना बनाया.
इस हमले में 28 लोगों की जान चली गई है. इलाके में आतंकियों की तलाश जारी है.
यह हमला पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर के उस बयान के कुछ दिन बाद हुआ है, जिसमें उन्होंने कश्मीर को इस्लामाबाद की गले की नस बताया था.
यह सवाल उठ रहा है कि क्या मुनीर के बयान ने आतंकियों को हिंदुओं के खिलाफ भड़काया. मुनीर ने बंटवारे का जिक्र करते हुए हिंदुओं को मुस्लिमों से अलग बताया था और कहा था कि वे साथ नहीं रह सकते.
माना जा रहा है कि मुनीर के इस बयान ने आतंकी गुटों को हिंसा फैलाने के लिए प्रेरित किया, खासकर जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत की यात्रा पर हैं.
मुनीर ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की मौजूदगी में विदेश में रह रहे पाकिस्तानियों की एक बैठक में भारत विरोधी बयानबाजी की थी. उन्होंने जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तान के दावे को दोहराया और टू-नेशन थ्योरी का बचाव किया, जिसके कारण 1947 में भारत का बंटवारा हुआ.
मुनीर ने कहा, हमारा रुख एकदम साफ है, यह हमारी गर्दन की नस थी, यह हमारी गर्दन की नस रहेगी. हम इसे नहीं भूलेंगे. हम अपने कश्मीरी भाइयों को उनके संघर्ष में नहीं छोड़ेंगे.
उन्होंने हिंदुओं और मुसलमानों के बीच अंतर बताते हुए कहा कि पाकिस्तान के मुसलमान हर तरह से हिंदुओं से अलग हैं. उनके पूर्वजों ने सोचा था कि वे जीवन के हर पहलू में हिंदुओं से अलग हैं.
भारत ने इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ एकमात्र संबंध उस देश की ओर से अवैध रूप से कब्जाए गए क्षेत्रों को खाली कराना है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, कोई विदेशी चीज कैसे हमारे गले में अटक सकती है? यह भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश है.
जानकारों का मानना है कि मुनीर का बयान पाकिस्तान की आर्थिक और राजनीतिक स्थिति से ध्यान हटाने की कोशिश है. कुछ लोगों का कहना है कि यह युद्ध की पुकार और देश में अशांति के बीच डर को शांत करने की हताशा है, जिससे बाल्कनिस्तान की स्थिति पैदा हो सकती है.
पाकिस्तान में यह भावना भी बढ़ रही है कि सेना और सत्ताधारी शक्तियों ने लोगों को निराश किया है. यह भी माना जा रहा है कि मुनीर का बयान भारत विरोधी आतंकवादियों को फिर से संगठित होने की अपील थी.
विशेषज्ञों का कहना है कि मुनीर का यह बयान संकेत है कि कश्मीर में आतंकवादी हमले जारी रहेंगे.
पहलगाम हमले में दो पाकिस्तानी आतंकियों समेत चार आतंकवादियों के शामिल होने की बात सामने आई है. सुरक्षा एजेंसियों ने तीन आतंकियों के स्केच जारी कर दिए हैं और उनकी तलाश जारी है.
हमला करने वाले दो आतंकी पश्तो भाषा में बात कर रहे थे, जिससे साफ होता है कि वे पाकिस्तानी नागरिक हैं. दो स्थानीय आतंकियों की पहचान भी हुई है, जिनका नाम आदिल अहमद और आशिफ शेख बताया गया है.
आदिल, लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़ा हुआ है और जम्मू-कश्मीर के गुरी, बिजबेहड़ा का रहने वाला है, जबकि आशिफ शेख का कनेक्शन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से है और वह त्राल का निवासी है.
हमले के वक्त एक से दो आतंकियों ने बॉडी कैमरा पहन रखा था और उन्होंने पूरे हमले को रिकॉर्ड किया है.
*Pakistan Army Chief General Asim Munir spews hate against #Hindus and propagates the #TwoNationTheory, which failed in 1971 when Bangladesh got independence from Pakistan. He asserts that children must be taught such falsehoods since it s easier to brainwash youth. Shameful! pic.twitter.com/vaVZhEK4v8
— Taha Siddiqui (@TahaSSiddiqui) April 16, 2025
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