पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने शुक्रवार को मुर्शिदाबाद हिंसा के पीड़ितों से मालदा में मुलाकात की. राज्यपाल उस राहत शिविर में पहुंचे जहां हिंसा पीड़ित शरण ले रहे हैं.
हिंसा पीड़ितों से मुलाकात के बाद राज्यपाल ने कहा कि पीड़ितों की शिकायतों के समाधान के लिए जल्द ही सक्रिय कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि, राज्यपाल के दौरे के दौरान ही राहत शिविर से विरोध-प्रदर्शन की तस्वीरें सामने आईं. कई पीड़ित नारेबाजी करते नजर आए. लोगों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें राज्यपाल से मिलने से रोका.
शिविर के एक निवासी ने कहा, यह शिविर जेल से भी बदतर लगता है. पुलिस हमें किसी से मिलने और अपनी आपबीती बताने की अनुमति नहीं दे रही है. शिविर में राज्यपाल बच्चों से बातचीत करते और विस्थापित परिवारों की शिकायतों को धैर्यपूर्वक सुनते दिखाई दिए.
महिलाओं ने राज्यपाल को बताया कि असामाजिक तत्वों ने आकर उनके घरों पर हमला किया, उनकी संपत्ति लूटी और उन्हें जबरन बेदखल कर दिया गया. रहने की अमानवीय स्थितियों के बारे में शिकायतों पर राज्यपाल ने विस्तृत रिपोर्ट मांगने और प्रशासन से बात करने की बात कही.
राज्यपाल से मिलने से रोकने पर गुस्साए लोगों ने बैरिकेड तोड़ दिए और जिले के अधिकारियों को घेर लिया. कई महिलाओं ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी उन्हें रात में बाहरी लोगों से बात न करने की धमकी दे रहे हैं.
राज्यपाल के दौरे की जानकारी मिलने पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनसे यह दौरा स्थगित करने का अनुरोध किया था. लेकिन राज्यपाल ने सीएम के अनुरोध को दरकिनार करते हुए मालदा का दौरा किया.
मुलाकात के बाद राज्यपाल बोस ने कहा, मैंने यहां शिविर में रह रहे परिवार के सदस्यों से मुलाकात की. मैंने उनकी शिकायतें सुनीं और उनकी भावनाओं को समझा. उन्होंने मुझे विस्तार से जानकारी दी और यह भी बताया कि वे क्या चाहते हैं. निश्चित रूप से कुछ सक्रिय कार्रवाई की जाएगी.
उल्लेखनीय है कि विस्थापित लोग मूल रूप से हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद जिले के रहने वाले हैं और सुरक्षा की तलाश में पड़ोसी मालदा जिले में आए हैं. राज्यपाल ने कहा कि वे हिंसा प्रभावित क्षेत्र से प्राप्त रिपोर्ट की पुष्टि करेंगे, अस्पतालों, पीड़ितों के आवासों और राहत शिविरों का दौरा करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि राज्य पुलिस और केंद्रीय बल साथ मिलकर काम कर रहे हैं.
राज्यपाल ने यह भी संकेत दिया कि वह शनिवार को मुर्शिदाबाद का दौरा कर सकते हैं. मुर्शिदाबाद जिले के कई इलाकों में 11 और 12 अप्रैल को वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान साम्प्रदायिक हिंसा भड़क उठी थी. जिले के कई निवासी हिंसा होने की आशंका के चलते पड़ोसी मालदा जिला पलायन कर गए थे. दंगा करने और तोड़फोड़ में संलिप्तता को लेकर अब तक 274 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
*#WATCH | West Bengal | People staged a protest outside a relief camp in the Malda district, alleging that the police did not allow them to meet with the Governor, CV Ananda Bose.
— ANI (@ANI) April 18, 2025
CV Ananda Bose met with the families affected by the Murshidabad violence here. pic.twitter.com/YuEqsCCV4U
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