बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गहमागहमी तेज है। पार्टियां अपने-अपने वोट बैंक को साधने में जुटी हैं। केंद्र सरकार द्वारा लाया गया वक्फ संशोधन विधेयक राज्य की राजनीति में एक नया विवाद पैदा कर रहा है।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) इस विधेयक का खुलकर विरोध कर रही है। राजद का कहना है कि यह विधेयक धर्मनिरपेक्षता पर हमला है और उन्होंने एनडीए सरकार को निशाने पर लिया है। जनता दल (यूनाइटेड) के कई मुस्लिम नेताओं ने भी इस विधेयक के विरोध में इस्तीफा देकर नीतीश कुमार के प्रति नाराजगी जताई है।
इस राजनीतिक माहौल के बीच, राजद नेता तेजस्वी यादव ने वक्फ संशोधन विधेयक पर तीखा बयान दिया है। एक पत्रकार के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार बनाकर इस कानून को कूड़ेदान में फेंक देना है। तेजस्वी ने एनआरसी और सीएए के मुद्दे पर भी राजद के विरोध को याद दिलाया।
तेजस्वी यादव का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। विधेयक के समर्थकों ने उनके बयान की आलोचना करते हुए व्यंग्यात्मक टिप्पणियां की हैं। एक यूजर ने लिखा कि तेजस्वी कुछ भी फेंक सकते हैं, यहाँ तक कि किताबें भी। दूसरे यूजर ने उन्हें पहले नौवीं पास करने की सलाह दी। एक अन्य यूजर ने सवाल उठाया कि क्या डस्टबिन में फेंक देने से कोई बिल अवैध हो जाएगा।
बिहार में चुनावी मौसम के साथ, वक्फ संशोधन विधेयक राज्य की राजनीति का एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है। विपक्ष इसे अल्पसंख्यकों के खिलाफ कदम बता रहा है, जबकि एनडीए सरकार इसे प्रशासनिक पारदर्शिता और सुधार के लिए जरूरी बता रही है।
#WATCH | Patna, Bihar: RJD leader Tejashwi Yadav says, We will form the government and will throw this (Waqf Amendment Bill) in the dustbin... pic.twitter.com/bNBPtcNqyG
— ANI (@ANI) April 5, 2025
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