म्यांमार में फिर आया भूकंप, रिक्टर स्केल पर 4.2 तीव्रता मापी गई
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म्यांमार में भूकंप से आई तबाही के बाद देर रात एक और भूकंप दर्ज किया गया है.

राष्ट्रीय भूकंपीय केंद्र के अनुसार, यह भूकंप 28 मार्च को भारतीय समयानुसार रात 11:56 बजे आया, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.2 मापी गई. इससे पहले आए भूकंप ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई थी, जिसमें 140 से अधिक लोगों की जान चली गई थी. ताजा झटकों के बाद इलाके में दहशत का माहौल है.

अफगानिस्तान में भी सुबह 4:51 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.3 मापी गई है.

शुक्रवार को म्यांमार में आए भूकंप में 140 से अधिक लोगों की मौत हो गई. इस भूकंप ने म्यांमार में भारी तबाही मचाई है. बड़े पैमाने पर इमारतें गिरी हैं और बुनियादी ढांचे को नुकसान हुआ है, जिसमें पड़ोसी थाईलैंड में निर्माणाधीन एक गगनचुंबी इमारत भी शामिल है.

भारत ने 15 टन सहायता सामग्री भेजी है. भारतीय वायुसेना का C-130J विमान हिंडन एयरबेस से करीब 15 टन राहत सामग्री लेकर म्यांमार के लिए रवाना हुआ है.

राहत सामग्री में टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, तैयार भोजन पैकेट, जल शुद्धिकरण उपकरण, स्वच्छता किट, सोलर लैंप, जनरेटर सेट, आवश्यक दवाएं शामिल हैं. भारत का यह मानवीय कदम संकटग्रस्त म्यांमार में प्रभावित लोगों की सहायता के लिए उठाया गया है.

भूकंप की वजह से म्यांमार में बड़े पैमाने पर तबाही हुई है और अमेरिका के Geological Survey को आशंका है कि भूकंप में मरने वाले लोगों का आंकड़ा 10 हजार को भी पार कर सकता है.

म्यांमार की राजधानी न्यापीताव में 1000 बिस्तरों वाला अस्पताल भी क्षतिग्रस्त हुआ है. सेना शासित म्यांमार ने 144 लोगों के मारे जाने और 732 लोगों के घायल होने की सूचना के बाद सहायता के लिए आह्वान किया है.

बैंकॉक में एक इमारत ढहने से 9 लोगों की मौत हो गई है. थाईलैंड में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है. थाई राजधानी में पुष्टि की गई हताहतों में से 8 की मौत एक निर्माणाधीन इमारत के ढहने से हुई, जबकि नौवें व्यक्ति की मौत किसी अन्य स्थान पर हुई.

म्यांमार दुनिया के उन देशों में शामिल है, जो भूकंप के लिहाज़ से खतरनाक है और म्यांमार में हर महीने 8 भूकंप आते हैं. इसका कारण ये है कि म्यांमार से Ring of Fire की दूरी ज्यादा नहीं है, जहां पूरी दुनिया के 81 प्रतिशत भूकंप आते हैं. इसके अलावा म्यामांर Indian Plates और Sunda Plates के बीच है, जिसकी वजह से इन Plates के टकराने से म्यांमार में भूकम्प के झटके लगते रहते हैं, और इस Fault को SAGAING (सागाइंग) फॉल्ट कहते हैं.

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