डार्क एनर्जी के बारे में हालिया रिसर्च ने वैज्ञानिकों को चौंका दिया है. नई थ्योरी के अनुसार, डार्क एनर्जी समय के साथ कमजोर हो रही है. अगर ऐसा हुआ तो यह ब्रह्मांड के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है.
डार्क एनर्जी एक अदृश्य शक्ति है जो ब्रह्मांड को तेजी से फैला रही है. यह न तो प्रकाश के साथ और न ही किसी पदार्थ के साथ प्रतिक्रिया करती है. वैज्ञानिक अभी तक यह नहीं समझ पाए हैं कि यह कैसे काम करती है या यह कहां से आती है.
शिकागो यूनिवर्सिटी के साइंटिस्ट जोशुआ फ्रीमैन का मानना है कि डार्क मैटर और डार्क एनर्जी के बीच ब्रह्मांडीय खींचतान चल रही है. डार्क मैटर आकाशगंगाओं को एक साथ खींचता है, जबकि डार्क एनर्जी उन्हें दूर करती है. शुरुआती 9 अरब सालों तक डार्क मैटर हावी रहा, लेकिन बाद में डार्क एनर्जी ने ब्रह्मांड के विस्तार को तेज कर दिया.
ब्रह्मांड का विस्तार लगभग 13.8 अरब साल पहले, बिग बैंग नामक एक घटना से शुरू हुआ था. तब से ब्रह्मांड लगातार फैल रहा है. लेकिन वैज्ञानिकों ने पाया है कि यह विस्तार धीरे-धीरे नहीं हो रहा है, बल्कि तेजी से हो रहा है.
यूरोपियन स्पेस एजेंसी ने हाल ही में अपने Euclid mission का पहला डेटा जारी किया है. इस डेटा में 2,60,00,000 आकाशगंगाएं शामिल हैं. Euclid ने ब्रह्मांड में तीन बड़े ऐसे डीप फील्ड्स की पहचान की है, जिनका साइज चंद्रमा से 300 गुना बड़ा है.
वैज्ञानिकों का मानना है कि डार्क एनर्जी ही इस तेजी से होते विस्तार का कारण है. यह एक ऐसी शक्ति है जो आकाशगंगाओं को एक दूसरे से दूर धकेलती है. लेकिन वे यह नहीं जानते कि यह इतनी शक्तिशाली कैसे है.
डार्क एनर्जी के अलावा ब्रह्मांड में एक और रहस्यमय चीज है जिसे डार्क मैटर कहा जाता है. यह ब्रह्मांड का लगभग 25% हिस्सा बनाता है, लेकिन यह भी अदृश्य है और हम इसके बारे में बहुत कम जानते हैं.
वैज्ञानिकों ने डार्क एनर्जी के बारे में कई थ्योरी दी हैं. एक थ्योरी यह है कि खाली जगह में भी ऊर्जा होती है, जो ब्रह्मांड के विस्तार का कारण बनती है. लेकिन यह थ्योरी अभी तक पूरी तरह से सिद्ध नहीं हुई है. हाल ही में, वैज्ञानिकों ने पाया है कि डार्क एनर्जी समय के साथ कमजोर हो सकती है.
यदि यह सच है, तो यह ब्रह्मांड के अंत के बारे में हमारी समझ को बदल सकता है. वैज्ञानिक अभी भी डार्क एनर्जी के बारे में अधिक जानने की कोशिश कर रहे हैं. वे शक्तिशाली टेलिस्कोप और अन्य उपकरणों का उपयोग कर रहे हैं ताकि ब्रह्मांड का बेहतर ढंग से समझ सकें.
डार्क एनर्जी को समझना हमारे ब्रह्मांड को समझने के लिए बेहद जरूरी है. यह हमें यह समझने में मदद कर सकता है कि ब्रह्मांड कैसे बना और यह कैसे काम करता है. यह हमें यह भी बता सकता है कि ब्रह्मांड का अंत कैसे होगा.
Today, I presented to @ESA Member States the first data from ESA s Euclid mission. This dataset includes 26 million galaxies, including a catalogue of more than 380 000 galaxies of which Euclid measured the shapes and the first catalogue of 500 galaxy-galaxy strong lenses,… pic.twitter.com/DNQQZWNmNQ
— Josef Aschbacher (@AschbacherJosef) March 19, 2025
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