न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन ने भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में स्थायी सीट देने की वकालत की है. उन्होंने कहा कि अब 1945 वाला समय नहीं रहा, दुनिया को बदलना होगा और इसे स्वीकार करना होगा.
नई दिल्ली में रायसीना डायलॉग में बोलते हुए, लक्सन ने भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच बढ़ते व्यापार और कारोबार पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था ने दुनिया के साथ उसके रिश्तों को काफी बदल दिया है.
लक्सन ने बताया कि न्यूजीलैंड में भारतीय मूल के लोग 200 सालों से भी ज़्यादा समय से रह रहे हैं और वहां की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं. उन्होंने किवी-इंडियन समुदाय को न्यूजीलैंड के समाज का अभिन्न हिस्सा बताया.
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि ऑकलैंड, जो न्यूज़ीलैंड का सबसे बड़ा शहर है, की 11% आबादी भारतीय मूल के लोगों की है. लक्सन अपने साथ भारतीय मूल के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल भी नई दिल्ली लाए हैं, जिसमें सांसद, उद्योगपति, क्रिकेट खिलाड़ी और एक ऑनलाइन इंफ्लुएंसर शामिल हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में लक्सन का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि लक्सन जैसे युवा और ऊर्जावान नेता का रायसीना डायलॉग में मुख्य अतिथि होना खुशी की बात है.
मोदी और लक्सन ने द्विपक्षीय वार्ता के दौरान भारत-न्यूजीलैंड संबंधों से जुड़े सभी महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की. दोनों नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने 2019 में क्राइस्टचर्च और 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमलों का जिक्र करते हुए कहा कि आतंकवाद किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है.
देर शाम, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री को लेकर गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब पहुंचे. दोनों ने वहां मत्था टेका.
गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब एक ऐतिहासिक सिख गुरुद्वारा है, जो सिखों के नौवें गुरु, गुरु तेग बहादुर जी की शहादत से संबंधित है. प्रधानमंत्री मोदी का किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष को गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब ले जाना सिख समुदाय और भारत की सांस्कृतिक धरोहर के प्रति सम्मान का प्रतीक है.
दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस घटना पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सिखों के बलिदान और सेवा के गौरवशाली इतिहास को साझा किया और हमारी विरासत को गरिमा के साथ प्रदर्शित किया. उन्होंने न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री को गुरुद्वारे में लाकर यह सुनिश्चित किया कि न्यूजीलैंड में सिखों को हमेशा सर्वोच्च सम्मान मिलेगा.
*#WATCH दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन गुरुद्वारा रकाब गंज साहिब पहुंचे और मत्था टेका।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 17, 2025
(वीडियो: डीडी) pic.twitter.com/dnx6fh01fw
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