गंभीर चक्रवाती तूफान मोन्था ने आंध्र प्रदेश के तट पर कहर बरपाना शुरू कर दिया है। यह प्रक्रिया अगले 3 से 4 घंटों तक जारी रहेगी। तूफान के कारण कई राज्यों में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने का अनुमान है, जिसके चलते जान-माल की सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, मोन्था का लैंडफॉल मंगलवार रात को काकीनाडा के पास हुआ। इस दौरान हवाओं की रफ्तार 90-100 किमी/घंटा रही, जो 110 किमी/घंटा तक भी पहुंच सकती है। काकीनाडा के पास दस्तक देने से इलाके में सैकड़ों पेड़ उखड़ गए और बिजली गुल हो गई। तटीय इलाकों में कई संपत्तियां क्षतिग्रस्त हुई हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से फोन पर बात की और स्थिति का जायजा लिया। मुख्यमंत्री नायडू ने अधिकारियों को तुरंत जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने और क्षति को कम करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
आंध्र प्रदेश सरकार ने एहतियात बरतते हुए सात तटीय जिलों में वाहनों की आवाजाही को 28 अक्टूबर की रात 8:30 बजे से 29 अक्टूबर की सुबह 6:00 बजे तक पूरी तरह रोक दिया था। काकीनाडा सांसद उदय श्रीनिवास तांगेल्ला के मुताबिक, राज्य में 800 से ज्यादा राहत केंद्र बनाए गए हैं।
काकीनाडा जिले में एनडीआरएफ (NDRF) और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमें तैनात हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए 1,000 बिजली मिस्त्री और 140 तैराक नावों के साथ तैयार हैं। अधिकारियों ने कोठापट्टनम गांव और पुरी के समुद्री तटों को खाली करा लिया है। ओडिशा सरकार ने आठ दक्षिणी जिलों में संवेदनशील स्थानों से लोगों को निकालना शुरू कर दिया है, जहां रेड अलर्ट जारी किया गया है।
तेज हवाओं और उफान के कारण काकीनाडा और उप्पदा के बीच का लगभग 8 किलोमीटर का रोड क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसे बंद कर दिया गया है। पोडाम्पेटा गांव में समुद्र की ऊंची लहरों के कारण कई संपत्तियां क्षतिग्रस्त हुई हैं।
मोन्था तूफान का असर आंध्र प्रदेश के अलावा ओडिशा, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और राजस्थान तक देखा जा रहा है। चक्रवाती तूफान के कारण 32 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। आईएमडी ने 31 अक्टूबर तक पश्चिम बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। राजस्थान के कुछ इलाकों में भी बारिश हुई है। तमिलनाडु के थूथुकुडी समेत कई जिलों में गरज और बिजली के साथ बारिश हो रही है। केरल के कई जिलों में भी तेज हवाएं और भारी बारिश हुई, जिससे अलप्पुझा जिले में एक नाविक की मौत हो गई। मौसम विभाग ने मछुआरों को गुरुवार तक पश्चिम बंगाल तट के आसपास समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है।
#WATCH | Ganjam, Odisha | Rough sea erodes shoreline and causes damage to properties located near the shore in the Podampeta village, due to the impact of Cyclone Montha. pic.twitter.com/K3LDp7HH6N
— ANI (@ANI) October 28, 2025
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