विज्ञापन जगत के दिग्गज पीयूष पांडे का निधन, गौतम अदाणी ने जताया शोक
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उद्योगपति और अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने पद्मश्री विजेता पीयूष पांडे के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि भारत ने आज एक सच्चा सपूत खो दिया है।

अदाणी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि पीयूष पांडे सिर्फ विज्ञापन जगत के दिग्गज नहीं थे। वे वो आवाज थे जिसने भारत को अपनी कहानी पर विश्वास दिलाया।

उन्होंने भारतीय विज्ञापन जगत को उसका आत्मविश्वास, उसकी आत्मा और स्वदेशी स्वैगर दिया। वे एक बहुत अच्छे दोस्त भी थे! एक कुशल बल्लेबाज की तरह, उन्होंने हर शॉट पूरे दिल से खेला।

पीयूष पांडे का जन्म 1955 में जयपुर में हुआ था। उनके परिवार में नौ बच्चे थे, जिनमें सात बहनें और दो भाई शामिल हैं। उनके भाई प्रसून पांडे फिल्म निर्देशक हैं, जबकि बहन ईला अरुण गायिका और अभिनेत्री थीं।

उनके पिता राजस्थान राज्य सहकारी बैंक में कार्यरत थे। पीयूष पांडे ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की।

उन्होंने 1982 में विज्ञापन जगत में कदम रखा और ओगिल्वी इंडिया में क्लाइंट सर्विसिंग एग्जीक्यूटिव के रूप में शामिल हुए।

पीयूष पांडे द्वारा बनाए गए कई विज्ञापन आज भी लोगों की यादों में बसे हुए हैं। उन्होंने एशियन पेंट्स के लिए हर खुशी में रंग लाए , कैडबरी के लिए कुछ खास है , फेविकोल के लिए आइकॉनिक एग विज्ञापन और हच के पग वाले विज्ञापन जैसी रचनाएं तैयार कीं।

इसके अलावा, उन्होंने 2014 में भारतीय जनता पार्टी के लिए चुनावी नारा अबकी बार, मोदी सरकार भी दिया था।

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