उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और अपनी जनता पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर से एक विवाद खड़ा कर दिया है। इस बार उन्होंने माता लक्ष्मी की पूजा पर सवाल उठाए हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक ट्वीट में गृहिणी को असली गृह लक्ष्मी बताया और माता लक्ष्मी को बाहरवाली लक्ष्मी करार दिया है। इस ट्वीट के बाद विवाद होने पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने सफाई दी है।
स्वामी प्रसाद मौर्य का ट्वीट क्या था?
स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट में लिखा, दीपोत्सव महापर्व पर समस्त देशवासियों को बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ । आइये हम सब दीप जलाये,किन्तु ध्यान रहे पड़ोसी के यहाँ भी दीप जले यह भी सुनिश्चित करे । आइये हम पूजन व सम्मान करे असली गृह लक्ष्मी ( गृहणी) की जो सही मायने में ताउम्र घर को साफ - सुथरा सुंदर-सुघर व स्वर्ग बनाती हैं । घर के छोड़े- बड़े सभी सदस्यों को प्यार की डोर से पिरोकर एकता का पाठ पढ़ाती हैं । घर को स्वर्ग से भी सुंदर बनाती है इसलिए घरवाली गृह लक्ष्मी कहलाती हैं । बाहरवाली लक्ष्मी तो हर बार बाज़ार से आती हैं फिर चली जाती है इसलिए तो हमारी बिगड़ी हालात कभी भी सुधर नहीं पाती हैं क्योंकि बाहरवाली बाहरवाली ही होती हैं। धन की देवी लक्ष्मी से भला होता तो देश में 80 करोड़ लोगों को बदहाली, गरीबी, लाचारी-बेवसी की जिंदगी मात्र 5 कि ग्रा या 10 कि ग्रा चावल पर वितानी न पड़ती। करोड़ो बेरोजगार नौजवानों को रोजी-रोटी के लाले न पड़ते ।दुनिया के गरीब देशों में भारत नहीं होता। आइये घर की असली लक्ष्मी को पहचाने एव उनका सम्मान व पूजन करें। ऐसा न हो कि -:घर की लक्ष्मी ललाय बाहरवाली पूजा मांगे।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने दी सफाई
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि उन्होंने दीपोत्सव पर लोगों को शुभकामनाएं दीं और लोगों से अपने घर में दिया जलाने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि पड़ोसी के यहां भी दीप जलना चाहिए।
उन्होंने कहा, जिस धर्म के प्रतीक के रूप में हम देवी लक्ष्मी की पूजा करते हैं, ये एक परंपरा हो सकती है लेकिन व्यवहारिक सच से कोसों दूर है। अगर धन की देवी लक्ष्मी की पूजा करने से धन आता, तो भारत दुनिया के गरीब देशों में शूमार नहीं होता।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रश्न किया, वे 80 करोड़ लोग जो 5-10 किलोग्राम चावल पर जीवित रहते हैं, क्या वे अपने बच्चों को विश्वविद्यालय भेज सकते हैं? क्या ऐसे लोग अपने बच्चों को डॉक्टर, इंजीनियर, प्रोफेसर, वकील, आईएएस, आईपीएस या वैज्ञानिक बना सकते हैं? कभी नहीं। करोड़ों युवा आज बेरोजगार हैं। यदि धन की देवी लक्ष्मी से प्रार्थना करने से गरीबी दूर हो जाती, तो 80 करोड़ लोग सिर्फ 5-10 किलोग्राम चावल पर जीवित नहीं रहते और करोड़ों युवा बेरोजगार नहीं होते। तो स्वाभाविक रूप से ये परंपरा हो सकती है।
मैंने किसी पूजा का विरोध नहीं - स्वामी प्रसाद मौर्य
स्वामी प्रसाद मौर्य ने स्पष्ट किया, मैंने किसी भी प्रकार की पूजा का विरोध नहीं किया, मैंने सिर्फ इतना कहा कि सही मायने में घर की लक्ष्मी गृहिणी होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि वह घर को चौबीसों घंटे साफ रखती है और इसे स्वर्ग बनाती है। छोटे-बड़े सभी को प्रेम के धागे में पिरो कर एकता का पाठ पढ़ाती है। अगर पूजा ही करनी है तो घर की देवी यानी गृहिणी की पूजा करिए ताकि घर में सुख-समृद्धि बनी रहे। ये एक अपील है, अगर लोग इसे अन्यथा लेते हैं, तो यह उनकी मानसिकता पर निर्भर करता है।
नौजवान बेरोजगार क्यों घूम रहे- स्वामी प्रसाद मौर्य
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, बात तो ये है कि अगर भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है तो 80 करोड़ लोग 5 से 10 किलो चावल पर जीवन क्यों बीता रहे हैं। इस देश में करोड़ों नौजवान बेरोजगार क्यों घूम रहे हैं। किसी भी चीज को राजनीतिक रूप से कैश करना अलग चीज है और व्यवहार में क्या है ये अलग चीज है।
#WATCH | Apni Janata Party president Swami Prasad Maurya says, ...Offering prayers to Goddess Lakshmi might be a tradition, but this is miles away from practicality. Had praying to Goddess Lakshmi made one rich, India would not have been one of the poor nations in the world. 80… pic.twitter.com/JWrCrraQBp
— ANI (@ANI) October 21, 2025
यमराज को मात: चलती ट्रेन के सामने से चाचा का हैरतअंगेज पटरी पार, वीडियो वायरल!
ताज होटल में पद्मासन विवाद: श्रद्धा शर्मा के बैठने के तरीके पर सोशल मीडिया में घमासान!
मैं छपरा का बेटा हूं : खेसारी लाल यादव का पत्नी संग रोड शो, छपरा में चुनावी सरगर्मी
भाई ने तो नासा को भी पीछे छोड़ दिया! पर्स में फोन बनाकर मचाया तहलका
गद्दी तो विरासत में मिलती है, बुद्धि नहीं: योगी का अखिलेश पर पलटवार, श्रीराम और त्योहारों से नफरत का लगाया आरोप
सर्बियाई संसद के बाहर गोलीबारी: राष्ट्रपति ने बताया आतंकी हमला, एक घायल
पाकिस्तान में टमाटर के दाम आसमान पर, 700 रुपये किलो तक पहुंचा भाव!
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री ने वेलिंगटन के BAPS मंदिर में मनाया अन्नकूट और हिंदू नववर्ष
गाय गोहरी पर्व: श्रद्धा या अंधविश्वास? इंसानों के ऊपर से दौड़ती गायें!
ताज होटल में पालथी मारकर खाना गुनाह ! सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस, जानिए क्या है मामला