युद्ध का अंत नहीं, आतंक के दौर का अंत: इजरायली संसद में ट्रंप
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हमास ने अमेरिका की मध्यस्थता में हुए युद्धविराम समझौते के तहत बचे हुए 20 इजरायली बंधकों को रिहा कर दिया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे एक नई शुरुआत और दो साल से चल रहे गाजा युद्ध को समाप्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम बताया।

इजरायली सेना ने पुष्टि की कि सभी जीवित बंधकों को वापस कर दिया गया है। रिहा हुए फिलिस्तीनी कैदियों को ले जा रही बसें भी इसी तरह की भावनाओं के साथ गाजा पहुंचीं।

जैसे ही ट्रंप संसद में अपने संबोधन के लिए मंच पर पहुंचे, नेसेट गार्ड के सदस्यों ने तुरही बजाई और सांसदों ने खड़े होकर करीब ढाई मिनट तक तालियां बजाईं।

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह युद्ध का अंत नहीं बल्कि आतंक के दौर का अंत है। यह मध्य पूर्व के लिए नई शुरुआत है। बंदूकें शांत हैं और यह इलाका भी, उम्मीद है आगे भी बना रहेगा।

ट्रंप के संसद में भाषण के दौरान एक शख्स ने हंगामा किया, जिसके बाद इजरायली सुरक्षाकर्मियों ने उसे बाहर कर दिया।

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बंधकों की रिहाई आसान नहीं थी। सभी अरब मुस्लिम देशों को धन्यवाद, आने वाली पीढ़ियां इसे याद रखेंगी। यह इजरायल और मध्य पूर्व का स्वर्ण काल होगा, कई लोग कह रहे थे कि हम अपना समय खराब कर रहे हैं लेकिन हम सफल रहे।

हमास के सभी बंधकों को रिहा करने के बाद इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप इजरायल के सबसे अच्छे दोस्त हैं। उन्होंने अमेरिका को इतने साल तक मदद करने के लिए धन्यवाद दिया। नेतन्याहू ने घोषणा की कि डोनाल्ड ट्रंप को इजरायल का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नेसेट में बंधकों के परिवारों और पूर्व बंधकों से मुलाकात की।

यह आदान-प्रदान शर्म अल-शेख में एक महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन से पहले हुआ है, जहाँ 20 से ज़्यादा विश्व नेता ट्रंप की प्रस्तावित 20-सूत्रीय शांति योजना के तहत गाजा के भविष्य पर चर्चा करेंगे। यह मिस्र, कतर और तुर्की के साथ मिलकर ट्रंप द्वारा तैयार किए गए युद्धविराम समझौते का पहला कदम है।

अपने नेसेट संबोधन में, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, सभी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद, हमने असंभव को संभव कर दिखाया है और अपने बंधकों को घर वापस लाया है।

इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू मिस्र में गाजा शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे। नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान में कहा, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री नेतन्याहू को आज मिस्र में आयोजित एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। प्रधानमंत्री ने निमंत्रण के लिए राष्ट्रपति ट्रंप का धन्यवाद किया, लेकिन कहा कि छुट्टियों की शुरुआत के साथ समय के मेल के कारण वह इसमें शामिल नहीं हो पाएंगे।

हमास ने सोमवार को सभी 20 जीवित बंधकों को रेड क्रॉस के अधिकारियों को सौंप दिया। इजराइल की सेना ने यह जानकारी दी।

संघर्ष विराम के बाद दो वर्षों से जारी युद्ध थम गया गया है, जिसने क्षेत्र को तबाह कर दिया है और इसके कारण हजारों फलस्तीनी नागरिक मारे गए हैं तथा बड़ी संख्या में लोग चरमपंथियों के कब्जे में हैं।

हमास ने सोमवार सुबह पहले सात बंधकों को रिहा किया था, जबकि शेष 13 को इसके कुछ घंटे बाद रिहा किया गया। संघर्ष विराम शर्तों के तहत शेष 28 मृत बंधकों के शव भी सौंपे जाने की उम्मीद है, हालांकि सटीक समय अभी तक स्पष्ट नहीं है।

बंधकों और लापता लोगों के लिए इजराइल के समन्वयक गैल हिर्श ने कहा कि एक अंतरराष्ट्रीय कार्यबल उन बंधकों का पता लगाने का काम 72 घंटे के भीतर शुरू कर देगा जिनके शव हमास नहीं सौंपता है।

इजराइली टेलीविजन चैनलों ने जैसे ही घोषणा की कि बंधक रेड क्रॉस को सौंप दिए गए हैं, बंधकों के परिवारों और दोस्तों में खुशी की लहर दौड़ गई। हजारों इजराइली देश भर में सरकारी टेलीविजन पर इन बंधकों की रिहाई को देख रहे हैं और तेल अवीव में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।

इजराइल ने घर पहुंचे बंधकों की पहली तस्वीरें जारी कीं, जिनमें से एक में 28 वर्षीय जुड़वां भाई गली और जिव बर्मन एक-दूसरे को गले लगाते हुए दिख रहे हैं। पहले रिहा किए गए बंधकों ने बताया था कि कफर अजा के जुड़वां बच्चों को अलग-अलग रखा गया था।

सोमवार को रिहा किए गए पहले सात बंधकों की तस्वीरों में वे जनवरी में रिहा किए गए कुछ बंधकों की तुलना में कम कमजोर दिख रहे थे, हालांकि उनका चेहरा पीला पड़ गया था।

फलस्तीनी भी इजराइल द्वारा बंधक बनाए गए सैकड़ों कैदियों की रिहाई का इंतजार कर रहे हैं। युद्ध के कारण भुखमरी का सामना कर रहे गाजा में मानवीय सहायता में वृद्धि की उम्मीद है, जहां लाखों लोग बेघर हो गए हैं।

इस बीच, कैदियों के आदान प्रदान के तहत रिहा किए जा रहे फलस्तीनी कैदियों को लेकर रेड क्रॉस की दो बसों के ओफर जेल से रवाना होने की सूचना मिली है।

हमास द्वारा सात अक्टूबर, 2023 को इजराइल पर किए गए हमले के बाद इस युद्ध की शुरुआत हुई थी, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे और 250 अन्य को बंधक बना लिया गया था। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि गाजा में युद्ध में 67,000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं।

बंधकों की वापसी से इजराइल के लिये एक पीड़ादायक अध्याय का अंत हो जाएगा। अक्टूबर 2023 में हमास के हमले में पकड़े जाने के बाद से उनकी रिहाई की मांग को लेकर बंधकों के परिवारों के साथ साप्ताहिक प्रदर्शनों में हजारों लोग शामिल हुए हैं।

जैसे-जैसे युद्ध लंबा खिंचता गया, प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर राजनीतिक उद्देश्यों के लिए युद्ध को लंबा खींचने का आरोप लगाया, जबकि नेतन्याहू हमास पर अड़ियल रवैया अपनाने का आरोप लगाते रहे हैं। पिछले हफ्ते भारी अंतरराष्ट्रीय दबाव और इजराइल के अलग थलग पड़ने के बीच दोनों कट्टर दुश्मन युद्धविराम पर सहमत हो गए।

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