नोबेल शांति पुरस्कार: अब टैरिफ होगा 500% और... , ट्रंप का सपना टूटा, मीम्स की बाढ़!
News Image

नोबेल समिति ने 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा कर दी है। इस साल यह सम्मान वेनेजुएला की मारिया कोरिना मचाडो को दिया गया है।

इस घोषणा के साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बड़ा झटका लगा है, जिन्होंने इस पुरस्कार की दौड़ में अपनी दावेदारी पेश की थी। सोशल मीडिया पर यूजर्स की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। लोग ऐसे-ऐसे मीम्स पोस्ट कर रहे हैं जिन्हें देख आप अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे।

नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा से पहले, अटकलें लगाई जा रही थीं कि डोनाल्ड ट्रंप को यह पुरस्कार मिल सकता है। बीते दिनों कई मौकों पर ट्रंप ने खुद के लिए प्रशंसा की थी। इस फैसले से ट्रंप को बड़ा झटका लगा है, जिन्होंने अपने दोनों राष्ट्रपति कार्यकालों के दौरान खुले तौर पर यह सम्मान पाने की इच्छा व्यक्त की थी। हाल ही में, उन्होंने वैश्विक संघर्षों को समाप्त करने का श्रेय भी लिया था।

ट्रंप ने कुछ दिनों से ये कहते नजर आ रहे थे कि उन्हें संदेह है कि नोबेल समिति उन्हें कभी यह पुरस्कार देगी। उन्होंने कहा था कि उन्हें वही करना होगा जो वे करते हैं। ट्रंप ने कहा, मैंने यह इसलिए नहीं किया। मैंने यह इसलिए किया क्योंकि मैंने बहुत से लोगों की जान बचाई। अगले ही पल ट्रंप ने यह भी कहा कि वे इस पुरस्कार के हकदार हैं क्योंकि उन्होंने सात युद्धों को समाप्त किया है।

नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा के बाद डोनाल्ड ट्रंप को लेकर सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई है। कुछ लोग जमकर ट्रंप का मजाक उड़ा रहे हैं तो कुछ लोग नोबेल चयन समिति पर सवाल उठा रहे हैं। एक वायरल मीम में उनके टैरिफ कदमों पर कटाक्ष किया गया है, अब सभी पर 500% टैरिफ लगेगा। एक अन्य मीम में मजाक उड़ाया गया है, ट्रम्प: मैंने नोबेल शांति पुरस्कार इसलिए नहीं जीता क्योंकि वे ईर्ष्या करते हैं। बहुत ज्यादा शांति, बहुत ज्यादा सफलता - वे इसे संभाल नहीं पाए!

एक मीम जो काफी वायरल हो रहा है वह है पंचायत वेब सीरीज में बनराकस यानी भूषण की मीटिंग वाला मीम। बीते दिनों ट्रंप ने भारत समेत कई देशों पर टैरिफ लगाए थे, मीटिंग की जगह टैरिफ लगाकर मीम शेयर किया गया है।

2025 का नोबेल शांति पुरस्कार मारिया कोरिना मचाडो को वेनेजुएला के लोगों के लिए लोकतांत्रिक अधिकारों को बढ़ावा देने के उनके अथक कार्य और तानाशाही से लोकतंत्र में न्यायपूर्ण और शांतिपूर्ण संक्रमण प्राप्त करने के उनके संघर्ष के लिए दिया गया है। समिति ने कहा कि मचाडो ने वेनेजुएला के लोगों की स्वतंत्रता के लिए वर्षों काम किया है।

नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा के बाद, समिति के अध्यक्ष जॉर्जेन वाटने फ्राइडनेस से एक पत्रकार ने पूछा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, जिन्होंने कई बार सार्वजनिक रूप से दावा किया था कि वे नोबेल शांति पुरस्कार के हकदार हैं, को क्यों नहीं चुना गया? अध्यक्ष ने जवाब दिया कि समिति का निर्णय किसी अभियान या प्रचार से प्रभावित नहीं था। उन्होंने कहा कि समिति अपना निर्णय केवल अल्फ्रेड नोबेल के कार्य और इच्छाशक्ति के आधार पर लेती है।

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

रामनगरी अयोध्या में दो मंजिला मकान धराशायी, पिता और तीन बच्चों समेत पांच की मौत

Story 1

शेर आया जीप पर बैठे शख्स के पास, बिना हमला किए लौट गया! इंसान की समझदारी ने बचाई जान

Story 1

तालिबानी मंत्री का भारत दौरा: अफगानिस्तान भारत का करीबी दोस्त, अपनी जमीन का इस्तेमाल नहीं होने देंगे

Story 1

ट्रेन की खिड़की से पुलिसवाले ने झपटा महिला का फोन, दी बड़ी सीख!

Story 1

रोहित शर्मा को टेस्ला Y चलाते देख एलन मस्क ने कहा - इसलिए विज्ञापन की जरूरत नहीं!

Story 1

ऋतिक रोशन अब OTT पर मचाएंगे धूम! प्राइम वीडियो के साथ पहली वेब सीरीज का ऐलान

Story 1

बिहार NDA में सीटों का बंटवारा फाइनल, उम्मीदवारों की घोषणा जल्द

Story 1

लाहौर में भीषण हिंसा: पुलिस और तहरीक-ए-लब्बैक कार्यकर्ताओं में खूनी झड़प, दो की मौत

Story 1

जुबीन गर्ग की मौत: SIT की बड़ी कार्यवाही, दो करीबी सहयोगी गिरफ्तार

Story 1

अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी: कर्नाटक में ED का छापा, 40 किलो सोना जब्त