वेनेजुएला की प्रतिष्ठित नेता मारिया कोरिना मचाडो को वर्ष 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया है. नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में नोबेल समिति ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस घोषणा की.
यह सम्मान उन्हें शांति स्थापना, लोकतंत्र की रक्षा और वैश्विक संघर्षों को कम करने में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया गया है. इस बार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इस पुरस्कार की दौड़ में शामिल थे.
58 वर्षीय मारिया कोरिना मचाडो, जो कि एक इंजीनियर भी हैं, वेनेजुएला में लंबे समय से लोकतंत्र और स्वतंत्रता की सशक्त आवाज रही हैं. उन्हें आयरन लेडी ऑफ वेनेज़ुएला के नाम से भी जाना जाता है. जिस दौर में वेनेजुएला में तानाशाही का बोलबाला था, मचाडो ने निडर होकर नागरिक अधिकारों की रक्षा की और विपक्ष को एकजुट करने का काम किया.
मचाडो ने 1992 में एटेनिया फाउंडेशन की स्थापना की थी. यह संस्था कराकास में बेघर और जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा और कल्याण के लिए समर्पित है. इसी फाउंडेशन के माध्यम से उन्होंने सामाजिक कार्यों के जरिए लोगों के बीच अपनी पहचान बनाई.
2002 में उन्होंने सुमाते नामक एक संगठन की सह-स्थापना की, जो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों पर निगरानी रखता है. 2010 में, वह नेशनल असेंबली की सदस्य चुनी गईं, लेकिन 2014 में सरकार की नीतियों के विरोध के कारण उन्हें पद से हटा दिया गया. इसके बावजूद, उन्होंने लोकतंत्र की आवाज को बुलंद रखा और शांति के मार्ग पर अपना संघर्ष जारी रखा.
मचाडो वेंटे वेनेज़ुएला पार्टी की प्रमुख नेता हैं. 2017 में, उन्होंने सोय वेनेज़ुएला नामक गठबंधन बनाया, जिसने लोकतंत्र समर्थक समूहों को एक साथ लाने का काम किया. 2024 के चुनावों में, सरकार ने उन्हें चुनाव लड़ने से रोका, परंतु उन्होंने विपक्षी उम्मीदवार एडमंडो गोंजालेज उरुतिया का समर्थन किया और देश में बदलाव की लहर को बनाए रखा.
नोबेल समिति ने अपने बयान में कहा कि मचाडो ने यह साबित किया है कि लोकतंत्र केवल मतदान नहीं है, बल्कि सत्य और स्वतंत्रता की निरंतर रक्षा है. उन्होंने अहिंसक आंदोलनों और संवाद की संस्कृति को मजबूत किया है. उनके साहस और नेतृत्व ने न केवल वेनेजुएला, बल्कि पूरे लैटिन अमेरिका में लोकतंत्र के लिए नई उम्मीद की किरण जगाई है.
BREAKING NEWS
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 10, 2025
The Norwegian Nobel Committee has decided to award the 2025 #NobelPeacePrize to Maria Corina Machado for her tireless work promoting democratic rights for the people of Venezuela and for her struggle to achieve a just and peaceful transition from dictatorship to… pic.twitter.com/Zgth8KNJk9
IPL 2026: CSK इन 5 खिलाड़ियों को दिखाएगी बाहर का रास्ता, पिछले सीजन में किया निराश!
ऑस्ट्रेलिया सीरीज से पहले रोहित शर्मा का धमाका, छक्कों से फैंस हुए दीवाने
सलमान खान ने टाइगर 3 के को-स्टार वरिंदर सिंह घुमन के निधन पर जताया गहरा शोक
फ़िलीपींस में भूकंप का कहर: इमारतें ढहीं, मची भगदड़
EPFO से ₹21000 जीतने का आखिरी मौका, आज ही करें आवेदन!
दिल्ली में वेस्टइंडीज को धोने उतरेगी टीम इंडिया! जानिए पिच का मिजाज और प्लेइंग 11
हौसले पर शक है तो सोवियत संघ और अमेरिका से पूछो : अफगान विदेश मंत्री की पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी
यशस्वी जायसवाल ने दिल्ली टेस्ट में मचाई धूम, विराट कोहली के रिकॉर्ड की बराबरी!
ट्रम्प नोबेल शांति पुरस्कार से चूके, मारिया कोरिना मचाडो को मिला सम्मान
रामनगरी अयोध्या में दो मंजिला मकान धराशायी, पिता और तीन बच्चों समेत पांच की मौत