वाराणसी में बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए प्रशासन ने शहर में रोपवे परियोजना शुरू की है। इसका लक्ष्य यात्रियों को घाटों और मुख्य बाजारों तक तेजी से पहुंचाना है। ट्रायल रन जारी हैं, और जल्द ही वाणिज्यिक संचालन शुरू होने की उम्मीद है।
वाराणसी रोपवे का ट्रायल जुलाई 2025 से चल रहा है। परीक्षण में समय का आंकलन और तकनीकी समस्याओं को सुधारा जा रहा है। अधिकारियों ने 30 सितंबर 2025 तक संचालन शुरू करने की डेडलाइन दी थी, लेकिन अब इसमें देरी हो सकती है।
यह रोपवे कैंट रेलवे स्टेशन से गोड़ौलिया चौक तक चलेगा, जिसमें ये पांच स्टेशन होंगे:
सड़क मार्ग से 45-50 मिनट का सफर रोपवे से केवल 15 मिनट में पूरा होगा। स्टेशनों पर स्वचालित सीढ़ियां, लिफ्ट, व्हीलचेयर रैंप और पार्किंग जैसी सुविधाएं होंगी।
रोपवे का 90% काम पूरा हो चुका है। उम्मीद है कि यह दिसंबर 2025 तक शुरू हो जाएगा, हालांकि तारीख अभी तय नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2023 में इसकी आधारशिला रखी थी।
वाराणसी रोपवे के लिए टिकट की कीमत ₹100 से ₹150 तक हो सकती है। अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन अधिकारियों ने कहा है कि यह मुफ्त नहीं होगा। किराया सुलभ और किफायती रखने की कोशिश की जाएगी। आधुनिक टिकट प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा।
Each cable car can accommodate 10 passengers. This 3.75KM stretch was built on a budget of 800+ crore. The project aims to provide a quick, safe and reliable mode of transport while also easing the city s traffic woes.
*#Varanasi ropeway project trial runs in full swing, first city in India to introduce ropeway for Urban transportation.
— Kumar Manish (@kumarmanish9) September 17, 2025
220 cable cars or trolley cars, each capable of accommodating 10 passengers.
3.75 km stretch built by spending 800+crore.
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