झारखंड के शिक्षा मंत्री और झामुमो विधायक रामदास सोरेन का शुक्रवार, 15 अगस्त, 2025 को निधन हो गया। वे कुछ समय से बीमार थे।
दिल्ली के एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। वहीं उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके बेटे ने सोशल मीडिया पर उनके निधन की जानकारी दी।
इसी महीने की शुरुआत में रामदास सोरेन अपने आवास के बाथरूम में गिर गए थे। इसके बाद उन्हें ब्रेन हेमरेज हो गया था। गंभीर हालत में उन्हें इलाज के लिए दिल्ली लाया गया था।
घाटशिला से विधायक चुने गए रामदास सोरेन ने 30 अगस्त 2024 को झारखंड सरकार में मंत्री पद की शपथ ली थी। वे घाटशिला से दो बार विधायक बने थे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि रामदास दा को ऐसे नहीं जाना चाहिए था... अंतिम जोहार दादा ।
कांग्रेस विधायक श्वेता सिंह ने उनके निधन पर गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा कि यह झारखंड की राजनीति और पूरे राज्य के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उन्होंने उनके सरल व्यक्तित्व और शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को याद किया।
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी रामदास सोरेन के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति देने की कामना की।
झामुमो विधायक संजीब सरदार ने कहा कि रामदास सोरेन के निधन से कोल्हान की जनसेवा और राजनीति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना अभिभावक खो दिया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
*ऐसे छोड़ कर नहीं जाना था रामदास दा...
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) August 15, 2025
अंतिम जोहार दादा... pic.twitter.com/5cKZkpIe9Z
मानवता की मिसाल: शख्स ने हिरण के बच्चे को दी नई जिंदगी
स्वतंत्रता दिवस पर आंध्र प्रदेश सरकार का तोहफा: महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा योजना शुरू
क्रिकेट जगत में हलचल: इंग्लैंड ने 21 साल के युवा खिलाड़ी को सौंपी टी20 टीम की कमान!
2000 रुपये या भारत का झंडा? बुजुर्ग व्यक्ति ने देशभक्ति का दिया परिचय
ट्रंप-पुतिन शिखर सम्मेलन: अलास्का में आज, विश्व की निगाहें टिकीं
हंसते-खेलते जल्लाद की दर्दनाक मौत, रील बनाने के चक्कर में गंवाई जान
क्या मोदी-शाह करेंगे कृष्ण की शिक्षाओं का पालन? थरूर के ज्ञान पर दिग्विजय का तंज
भारत पर टैरिफ लगाने से पुतिन नहीं रुकेंगे, ट्रंप पर अपने देश में सवाल!
पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी को पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि, राष्ट्रपति और पीएम ने सदैव अटल पर किया नमन
अलास्का में पुतिन का स्वागत: B-2 बॉम्बर का प्रदर्शन, शक्ति प्रदर्शन या प्रोटोकॉल?