नागालैंड के राज्यपाल एल. गणेशन का निधन, प्रधानमंत्री मोदी ने जताया शोक
News Image

नागालैंड के राज्यपाल और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता एल. गणेशन का शुक्रवार शाम चेन्नई के अपोलो अस्पताल में निधन हो गया। वे 80 वर्ष के थे।

गणेशन 8 अगस्त को चेन्नई के टी. नगर स्थित अपने आवास पर गिरने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

सिर में गंभीर चोट और आंतरिक रक्तस्राव के कारण उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में इलाज के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।

एल. गणेशन अय्यर का जन्म 16 फरवरी 1945 को तमिलनाडु के तंजावुर में हुआ था। कम उम्र में पिता के निधन के बाद वे अपने भाई के साथ पले-बढ़े।

गणेशन ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की विचारधारा को अपनाया और 1970 में पूर्णकालिक प्रचारक बन गए। नौकरी छोड़कर उन्होंने RSS के लिए काम किया और बाद में 1991 में BJP में शामिल हो गए।

गणेशन ने तमिलनाडु में BJP को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। वे पार्टी के राष्ट्रीय सचिव, उपाध्यक्ष और तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष रहे।

2016 में वे मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद चुने गए। उन्होंने 2021-2023 तक मणिपुर के राज्यपाल और 2022 में कुछ समय के लिए पश्चिम बंगाल के अतिरिक्त प्रभार वाले राज्यपाल के रूप में भी सेवा दी। 20 फरवरी 2023 को उन्होंने नागालैंड के 19वें राज्यपाल के रूप में पदभार संभाला था।

8 अगस्त को सुबह करीब 3:00 बजे गणेशन अपने टी. नगर स्थित घर में अचानक गिर गए, जिससे उनके सिर में गंभीर चोट लगी और वे बेहोश हो गए। उन्हें तुरंत अपोलो अस्पताल ले जाया गया, जहां मेडिकल जांच में उनके मस्तिष्क में रक्त का थक्का पाया गया।

सर्जरी और गहन चिकित्सा के बावजूद उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ, और 15 अगस्त को शाम 6:23 बजे उनका निधन हो गया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गणेशन के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि वे एक समर्पित राष्ट्रवादी थे, जिन्होंने तमिलनाडु में BJP को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी उन्हें एक समर्पित कार्यकर्ता और RSS स्वयंसेवक बताया।

नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने भी कुछ दिन पहले उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की थी। गणेशन की सादगी और सभी दलों के नेताओं के साथ उनके मैत्रीपूर्ण संबंधों की सराहना की गई।

गणेशन ने पोत्रमरई नामक साहित्यिक और सांस्कृतिक संगठन की स्थापना की थी, जो तमिलनाडु में साहित्यिक गतिविधियों को बढ़ावा देता है। उनकी मृत्यु को BJP और RSS के लिए एक बड़ी क्षति माना जा रहा है।

उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए टी. नगर स्थित उनके आवास पर रखा जाएगा, जहां राजनीतिक नेता और कार्यकर्ता श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

कन्नौज में बवाल! बिजलीकर्मी की मौत पर भड़का आक्रोश, पुलिस से झड़प

Story 1

यूक्रेन युद्ध रोकने का फॉर्मूला? ट्रंप और पुतिन की हाई सिक्योरिटी मीटिंग आज, दुनिया भर में रतजगा !

Story 1

फास्टैग में अब बार-बार रिचार्ज का झंझट खत्म! सरकार ने जारी किया एनुअल पास

Story 1

ट्रंप-पुतिन मुलाकात: क्या यूक्रेन युद्ध में शांति की उम्मीद जगी? मेलोनी का आया रिएक्शन

Story 1

चोरी-चोरी, चुपके-चुपके... राहुल गांधी ने वोट चोरी का वीडियो किया पोस्ट, कांग्रेस ने छेड़ा अभियान

Story 1

अमेरिकी स्टोर के बाहर थप्पड़, फिर डंडे से ठंडा !

Story 1

ताकत का प्रदर्शन: पुतिन के ऊपर मंडराए B-2 स्टील्थ बॉम्बर और F-22 फाइटर जेट्स

Story 1

नायडू-राहुल की हॉटलाइन से सियासी हलचल, रेवंत रेड्डी की तारीफ ने बढ़ाई अटकलें

Story 1

आईपीएल 2026 से पहले बड़ा धमाका: संजू सैमसन थाम सकते हैं कोलकाता का दामन!

Story 1

नंगा करुँगी तुझे! ट्रैफिक पुलिस द्वारा रोके जाने पर महिला ने दी भद्दी गालियां, बेंगलुरु में मचा हड़कंप!