कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजनीति को खत्म करने की धमकी दी है। खोजी पत्रकार मोचा बेजिर्गन का दावा है कि कनाडा में खालिस्तानी समर्थक हिंसा और धमकियों का माहौल बना रहे हैं।
ये घटनाक्रम ऐसे समय में हो रहा है जब कनाडा में कुछ ही दिनों में G7 शिखर सम्मेलन होने वाला है, जिसमें भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी को भी आमंत्रित किया गया है।
बेजिर्गन ने बताया कि वैंकूवर में एक रैली के दौरान खालिस्तान समर्थकों ने उन पर हमला किया। ये घटना दो घंटे पहले हुई और मैं अब भी कांप रहा हूं। उन्होंने गुंडों जैसी हरकत की, मुझे घेर लिया, फोन छीनने की कोशिश की, रिकॉर्डिंग रोकना चाहा।
पत्रकार ने खालिस्तान की हिंसा को महिमामंडित करने वाले समर्थकों की तीखी आलोचना की। ये लोग इंदिरा गांधी के हत्यारों का जश्न मना रहे हैं और खुलकर कह रहे हैं कि हम मोदी को G7 में घेरकर उनकी राजनीति खत्म कर देंगे। ये लोग कहते हैं, हम इंदिरा गांधी के हत्यारों की संतानें हैं और इस हिंसा को महिमामंडित करते हैं।
बेजिर्गन ने पहले भी कई बार खालिस्तानी गतिविधियों पर रिपोर्टिंग की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, मुझे खालिस्तानियों ने घेर लिया, मेरे हाथ से मेरा फोन छीना और धमकी दी। स्वाभाविक तौर पर मैं घबरा गया, लेकिन रुका नहीं हूं। उन्होंने इस हमले को गुंडागर्दी बताया और कहा कि यह उनकी स्वतंत्र पत्रकारिता के काम का नतीजा है।
उन्होंने मार्च 2024 की एक घटना का भी जिक्र किया जब एडमंटन में खालिस्तानी समर्थक तलवारों और भालों से लैस होकर भारत के उच्चायुक्त के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।
बेजिर्गन ने आरोप लगाया कि यह आंदोलन सिखों फॉर जस्टिस (SFJ) द्वारा चलाया जा रहा है, जिसे वर्ल्ड सिख ऑर्गनाइजेशन (WSO) जैसे संगठनों का राजनीतिक समर्थन प्राप्त है। उन्होंने कहा कि ये संगठन गुरुद्वारों से लोगों को जुटाकर भीड़ बनाते हैं, और इनसे जुड़े कई लोग कनाडा की राजनीति में प्रभाव रखते हैं।
पत्रकार ने यह भी बताया कि कनाडाई नेता इन चरमपंथी संगठनों की आलोचना से बचते हैं। हाल ही में कंजर्वेटिव नेता पियरे पोलीवरे और कुछ लिबरल व एनडीपी सांसदों ने सरे (ब्रिटिश कोलंबिया) में एक नगर कीर्तन में हिस्सा लिया, जहां खालिस्तानी प्रभाव था, और स्टेज पर एक प्लेन में बम धमाके की साजिश में दोषी संतोष सिंह खेड़ा भी मौजूद था।
उधर, कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने G7 समिट के लिए मोदी को आमंत्रित किया है। हालांकि, वर्ल्ड सिख ऑर्गनाइजेशन (WSO) ने इस पर नाराजगी जताई है। उनके कानूनी सलाहकार बलप्रीत सिंह ने कहा, यह फैसला कनाडाई मूल्यों और सिखों की चिंताओं के साथ धोखा है। WSO ने 21 मई को पीएम कार्नी को पत्र लिखकर मोदी को ना बुलाने की मांग की थी, जिसे नजरअंदाज कर दिया गया।
कनाडा के अल्बर्टा में 15-17 जून तक G7 शिखर सम्मेलन चलेगा।
Khalistanis planning to “ambush” and “kill” the Indian PM Modi’s politics at the Alberta G7 next week are gathering at the Vancouver Art Gallery to pay tribute to their so‑called “martyrs,” including the two men who shot former Indian Prime Minister Indira Gandhi to death.
— Mocha Bezirgan 🇨🇦 (@BezirganMocha) June 8, 2025
Among… pic.twitter.com/OWkpjoEvPu
भारत के एयरबेस पर हमले का दावा करने वाले पाकिस्तान की खुली पोल, शरीफ हुए बेनकाब
आजमगढ़: अब्बास अंसारी की सदस्यता रद्द होना दुर्भाग्यपूर्ण, भाजपा रच रही षड्यंत्र - धर्मेंद्र यादव
शिक्षा सेवा चयन बोर्ड पर काली मटकी, नींबू-मिर्च से नजर उतारी! DElEd अभ्यर्थियों का अनूठा प्रदर्शन
बकरीद पर कुर्बानी की तैयारी: अचानक 14 हजार लोग अस्पताल पहुंचे, देशभर में हड़कंप!
इंग्लैंड में भारतीय क्रिकेट टीम का अभ्यास शुरू, पहले टेस्ट के लिए कसी कमर!
सैटेलाइट तस्वीरों ने उजागर किया: सुखोई मार गिराने का पाकिस्तानी दावा झूठा
समुद्र में जल रहा जहाज़, 3000 गाड़ियां खाक, बचाव में जुटी टीमें
जी-7 में मोदी की राजनीति खत्म करने की धमकी, कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों ने पत्रकार पर किया हमला
अक्षय कुमार का सरप्राइज: थिएटर में हाउसफुल 5 के दर्शकों के बीच अचानक पहुंचे!
मौत आई पास, पर बाल भी बांका न हुआ! सड़क किनारे सोते शख्स के पास शेरनी, फिर जो हुआ वो अविश्वसनीय