हम मुस्लिम-तुम मुस्लिम एजेंडे से पाकिस्तान का भारत के खिलाफ षड्यंत्र विफल
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पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ एक और चाल चली, लेकिन उसकी यह कोशिश भी नाकाम रही। उसने मलेशिया को हम मुस्लिम-तुम मुस्लिम का वास्ता देकर भारत के प्रतिनिधिमंडल की यात्रा रोकने की कोशिश की, लेकिन मलेशिया ने पाकिस्तान के इस पैंतरे को ठुकरा दिया।

भारत के अलग-अलग प्रतिनिधिमंडल दुनिया भर में दौरा कर भारत का पक्ष मजबूती से रख रहे हैं। इससे बौखलाए पाकिस्तान ने मलेशिया सरकार से कहा कि दोनों मुस्लिम राष्ट्र हैं, इसलिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल की बात न सुनी जाए और उनके दौरे को रद्द कर दिया जाए। मलेशिया ने भारत के साथ अपने संबंधों में पाकिस्तान के हस्तक्षेप को सिरे से खारिज कर दिया।

पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान बुरी तरह परेशान है। वह अलग-अलग हथकंडे अपना रहा है।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका, गुयाना, कोलंबिया, ब्राजील और पनामा का दौरा किया। वहीं जदयू सांसद संजय झा के नेतृत्व में एक अन्य प्रतिनिधिमंडल जापान, दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया, सिंगापुर और मलेशिया का दौरा कर रहा है।

संजय झा के साथ प्रतिनिधिमंडल में भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी, बृजलाल, प्रदान बरुआ और हेमांग जोशी, तृणमूल के अभिषेक बनर्जी, सीपीएम के जॉन ब्रिटास, कांग्रेस से सलमान खुर्शीद और पूर्व राजनयिक मोहन कुमार शामिल हैं।

प्रतिनिधिमंडल के सभी कार्यक्रम तय योजना के अनुसार हुए। सांसद संजय झा ने अपने दौरे के बारे में जानकारी साझा करते हुए लिखा कि मलेशिया के सामने भारत ने आतंकवाद को युद्ध की कार्रवाई बताया है और यह स्पष्ट किया है कि भारत इस मामले को FATF के सामने उठाएगा, ताकि पाकिस्तान जैसे आतंक समर्थक देशों पर दबाव बनाया जा सके।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल 2 जून, 2025 को मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर पहुंचा। वहां उन्होंने मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम की पार्टी के नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पाकिस्तान के आतंकवाद प्रायोजित इरादों को मलेशिया के सामने रखा और पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर की वास्तविकता को स्पष्ट किया।

भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद मलेशिया ने पाकिस्तान का समर्थन किया था, लेकिन अब उसने भारतीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत कर भारत की बात सुनी है। मलेशिया ने आतंकवाद के खिलाफ भारत को समर्थन दिया है। मलेशिया ने यह भी कहा कि इस्लाम किसी भी तरह की हिंसा का समर्थन नहीं करता। इसलिए पहलगाम में हुए हमले के बाद भारत को आत्मरक्षा का पूरा अधिकार है।

प्रतिनिधिमंडल ने दोनों देशों के आपसी रिश्तों पर चर्चा की। मलेशिया ने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते 100 वर्षों से भी पहले से हैं। यहां 20 लाख से अधिक भारतीय लोग रहते हैं। यह मलेशिया और भारत के सांस्कृतिक और सामाजिक संबंधों की गहराई को दर्शाता है। संजय झा के साथ प्रतिनिधिमंडल सभी देशों की यात्रा कर वापस भारत लौट आया है।

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