राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को एक बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) में लाए गए संशोधनों का पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सामने विरोध किया था।
पवार ने बताया कि जब चिदंबरम ने पीएमएलए में संशोधन पेश किया, तब वे केंद्रीय मंत्रिमंडल में थे। उन्होंने इस कानून का विरोध करते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कहा था कि इसका दुरुपयोग किया जाएगा। लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई।
उन्होंने आगे कहा कि चिदंबरम खुद भी इस संशोधन का शिकार हुए। उन्होंने यह भी आशंका जताई कि इस कानून का इस्तेमाल विपक्ष के खिलाफ किया जाएगा।
पवार, शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत की किताब नरकतला स्वर्ग (स्वर्ग में नरक) के विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे। यह किताब राउत के आर्थर रोड जेल में बिताए तीन महीनों की यादों पर आधारित है। उन्हें ईडी ने पात्रा चॉल पुनर्विकास परियोजना में कथित वित्तीय अनियमितताओं के लिए गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उन्हें जमानत मिली।
पवार ने कहा कि राज्य और केंद्र में सत्ता परिवर्तन के बाद सबसे पहला काम ईडी द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे अधिनियम में इन संशोधनों को बदलना होगा, जो व्यक्तियों और राजनीतिक दलों के मूल अधिकारों के खिलाफ हैं।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने श्रीहरिकोटा से PSLV-C61 लॉन्च किया था। यह EOS-09 (पृथ्वी अवलोकन उपग्रह-09) को SSPO कक्षा में ले जा रहा था। लेकिन लॉन्चिंग असफल हो गई।
इसरो प्रमुख वी नारायणन ने कहा कि तीसरे चरण के कामकाज के दौरान एक अवलोकन देखा गया और मिशन पूरा नहीं हो सका। विश्लेषण के बाद वे वापस आएंगे।
EOS-09, EOS-04 का ही एक पुनरावृत्ति उपग्रह है, जिसे परिचालन अनुप्रयोगों में लगे उपयोगकर्ता समुदाय के लिए रिमोट सेंसिंग डेटा सुनिश्चित करने और अवलोकन की आवृत्ति में सुधार करने के मिशन उद्देश्य से डिज़ाइन किया गया था।
EOS-09 सैटेलाइट को लॉन्च करने के पीछे का मकसद देश की रिमोट सेंसिंग क्षमताओं को और मजबूत करना है। इसे विशेष रूप से एंटी टेररिस्ट ऑपरेशन, घुसपैठ या संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाने के लिए डिजाइन किया गया था। यह सैटेलाइट बादलों के पीछे से भी तस्वीरें निकालने और सतह तक देख पाने की क्षमता रखता है।
लॉन्चिंग के असफल होने से पहले, डब्ल्यू सेल्वामूर्ति ने उपग्रह के प्रक्षेपण के लिए इसरो के वैज्ञानिकों, तकनीशियनों और अंतरिक्ष संगठन से जुड़े उद्योगों को बधाई दी थी। उन्होंने बताया था कि EOS-09 उपग्रहों के एक ऐसे समूह का हिस्सा है, जिसका उपयोग कृषि, वानिकी, आपदा प्रबंधन या यहां तक कि सामरिक और सैन्य अनुप्रयोगों में भी किया जा सकेगा।
#WATCH | Sriharikota, Andhra Pradesh | On the launch of PSLV-C61, ISRO Chief V Narayanan says, ...During the functioning of the third stage, we are seeing an observation and the mission could not be accomplished. After analysis, we shall come back...
— ANI (@ANI) May 18, 2025
(Source: ISRO YouTube) pic.twitter.com/XvPpo7dfbn
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