दोहा में ट्रंप और अंबानी की हाई-प्रोफाइल मीटिंग: वैश्विक व्यापार में क्या है इसका मतलब?
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रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने गुरुवार को दोहा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कतर के अमीर से मुलाकात की। यह हाई-प्रोफाइल मुलाकात अंबानी के वैश्विक व्यापार और कूटनीति में बढ़ते प्रभाव को दर्शाती है।

पिछले कुछ वर्षों में कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (QIA) ने रिलायंस के कई उपक्रमों में निवेश किया है। एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति अंबानी का अमेरिका की प्रमुख टेक कंपनियों जैसे गूगल और मेटा के साथ भी मजबूत व्यापारिक संबंध है। यह मुलाकात रिलायंस इंडस्ट्रीज के लिए अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों और निवेश की संभावनाओं को और मजबूत कर सकती है।

दोहा यात्रा के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप ने कतर के साथ 243.5 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक के कई समझौतों की घोषणा की। इसके साथ ही, एक व्यापक आर्थिक विनिमय का भी ऐलान किया गया, जिसका कुल मूल्य कम से कम 1.2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर होगा।

ये समझौते विमानन, ऊर्जा, रक्षा और क्वांटम टेक्नोलॉजी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में हैं। कतर एयरवेज को बोइंग और जीई एयरोस्पेस से ऐतिहासिक बिक्री की घोषणा की गई, जो बोइंग का सबसे बड़ा वाइडबॉडी ऑर्डर है। इन समझौतों से अमेरिका में 1 मिलियन से अधिक नौकरियों का सृजन होने की उम्मीद है और यह वॉशिंगटन और दोहा के बीच रणनीतिक सहयोग को गहरा करेगा।

व्हाइट हाउस ने बुधवार को एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि कतर के साथ हुए समझौते से कम से कम 1.2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का आर्थिक विनिमय उत्पन्न होगा। राष्ट्रपति ट्रंप ने कतर और अमेरिका के बीच 243.5 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक के आर्थिक समझौतों की भी घोषणा की, जिसमें कतर एयरवेज को बोइंग विमान और जीई एयरोस्पेस इंजन की ऐतिहासिक बिक्री शामिल है।

बयान में यह भी कहा गया कि यह ऐतिहासिक समझौता इनोवेशन और समृद्धि को बढ़ावा देगा, अमेरिकी निर्माण और टैक्नोलॉजी नेतृत्व को मजबूत करेगा, और अमेरिका को एक नई गोल्डन एज की दिशा में मार्गदर्शन करेगा। कतर जैसे सहयोगी अमेरिका की सफलता में साझेदार हैं।

यह बोइंग का अब तक का सबसे बड़ा वाइडबॉडी ऑर्डर और सबसे बड़ा 787 ऑर्डर है। यह ऐतिहासिक समझौता हर साल 154,000 अमेरिकी नौकरियां जनरेट करेगा, जो इस डील के उत्पादन और डिलीवरी के दौरान अमेरिकी में 1 मिलियन नौकरियों से अधिक का समर्थन करेगा।

मुकेश अंबानी और उनके परिवार का ट्रंप परिवार के साथ करीबी संबंध है। जनवरी 2025 में, मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी, ट्रंप के दूसरे शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। वे उन चुनिंदा 100 मेहमानों में शामिल थे जिन्होंने शपथ ग्रहण से एक दिन पहले ट्रंप के साथ रात्रिभोज में भाग लिया था।

2017 में, जब इवांका ट्रंप ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप समिट के लिए हैदराबाद आई थीं, अंबानी ने भी उस कार्यक्रम में भाग लिया था। 2020 में ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान भी अंबानी प्रमुख उपस्थिति में शामिल थे।

हाल ही में मार्च 2024 में, इवांका ट्रंप, उनके पति जेरेड कुशनर, और बेटी अरबेला रोज, अंबानी के बेटे अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी से पहले जामनगर में हुए प्री-वेडिंग समारोह में शामिल हुए थे।

मुकेश अंबानी की यह यात्रा भले ही औपचारिक हो, लेकिन यह उनके अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक नेटवर्क, विशेष रूप से अमेरिकी नेतृत्व से उनके निजी और व्यावसायिक रिश्तों को रेखांकित करती है। ट्रंप परिवार से अंबानी के संबंध लगातार गहरे होते दिख रहे हैं, जो भविष्य में विभिन्न स्तरों पर व्यापारिक और राजनीतिक प्रभाव डाल सकते हैं।

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