ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय नौसेना ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी कार्रवाई को कैसे किया विफल?
News Image

मई 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे भारत को झकझोर दिया. 22 अप्रैल को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा किए गए इस कायराना हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई.

इस हमले के जवाब में, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया. भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया.

भारतीय नौसेना ने इस ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उसने पाकिस्तानी वायु तत्वों को समुद्री क्षेत्र में किसी भी खतरे को उत्पन्न करने से रोका.

पहलगाम आतंकी हमला, 26/11 मुंबई हमलों के बाद भारत में सबसे घातक हमलों में से एक था. इसने भारत की आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति को और भी मजबूत किया.

7 मई को, भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया. भारतीय वायु सेना, थल सेना और नौसेना ने समन्वय के साथ पाकिस्तान और PoK में आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया.

पाकिस्तान ने 7-8 मई की रात को भारत के कई सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, लेकिन भारतीय सेनाओं ने उन्हें विफल कर दिया.

भारतीय नौसेना ने अपने वाहक युद्ध समूह (Carrier Battle Group) और उन्नत वायु रक्षा तंत्र का उपयोग करके पाकिस्तानी वायु तत्वों को निष्क्रिय कर दिया.

भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तुरंत बाद एंटी-मिसाइल और एंटी-एयरक्राफ्ट रक्षा क्षमता का प्रदर्शन किया.

नौसेना ने एक क्रॉस-प्लेटफॉर्म सहकारी तंत्र का उपयोग किया, जिसने वाणिज्यिक, तटस्थ और शत्रुतापूर्ण विमानों या उड़ने वाली वस्तुओं के बीच खतरों को बेअसर किया.

भारतीय नौसेना का वाहक युद्ध समूह इस स्तरित वायु रक्षा तंत्र की पहली परत थी. इसमें INS विक्रांत और उसके मिग-29के फाइटर जेट शामिल थे.

CBG की उपस्थिति ने पाकिस्तानी वायु तत्वों को तट के करीब सीमित कर दिया, जिससे उन्हें समुद्री क्षेत्र में कोई खतरा उत्पन्न करने का अवसर नहीं मिला.

नौसेना ने अपने सतह बलों और पनडुब्बियों को भी तैनात किया, जिससे समुद्री क्षेत्र में निगरानी और रक्षा की दूसरी परत प्रदान की गई.

कोलकाता-श्रेणी के विध्वंसक, जो बराक-8 मिसाइल प्रणालियों से लैस थे, ने ड्रोन और मिसाइल खतरों को नष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

नौसेना ने समुद्र में कई हथियार अभ्यास किए, जिससे उनकी तत्परता और परिचालन क्षमता और मजबूत हुई.

पाकिस्तानी आक्रामकता को विफल करने में नौसेना की अहम भूमिका रही. लाहौर में जवाबी कार्रवाई करते हुए भारतीय बलों ने पाकिस्तानी वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया.

पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान ने 1.5 करोड़ साइबर हमले किए, लेकिन भारत की मजबूत साइबर सुरक्षा के कारण केवल 150 सफल हो सके.

भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन सिंदूर में उपयोग किए गए अपने संसाधनों की तस्वीरें और वीडियो भी जारी किए, जिसमें आईएनएस विक्रांत और मिग-29के जैसे उपकरण शामिल थे.

वाइस एडमिरल एएन प्रमोद ने कहा कि पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर कायराना हमले के बाद, भारतीय नौसेना ने तुरंत अपने संसाधनों को युद्ध के लिए तैयार कर लिया था.

ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय नौसेना की भूमिका ने भारत की रणनीतिक श्रेष्ठता को दर्शाया. समुद्री प्रभुत्व, तकनीकी उन्नति और रणनीतिक संयम ने भारत को पाकिस्तान को प्रभावी ढंग से जवाब देने में सक्षम बनाया.

*

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

ऑपरेशन सिंदूर: मैक्सार की तस्वीरों ने खोली पाकिस्तान की पोल, तबाह हुए हवाई अड्डे

Story 1

विश्वास नहीं हो रहा ये किया... विराट कोहली के संन्यास पर रवि शास्त्री हैरान!

Story 1

टाटा मोटर्स के शेयरधारकों के लिए खुशखबरी? तिमाही नतीजों के साथ डिविडेंड का ऐलान संभव!

Story 1

मां के लिए बेटे का ऐसा निबंध, पढ़कर मां हुई आग-बबूला, वीडियो वायरल

Story 1

क्या किराए के चीनी विमान को रहीम यार खान एयरबेस पर उतार पाएंगे शरीफ-मुनीर? ओवैसी का तंज

Story 1

पाकिस्तान के ICU घायल सैनिकों से भरे, सेना प्रमुख असीम मुनीर की यात्रा ने खोली झूठ की पोल

Story 1

पाकिस्तान के किराना हिल्स में परमाणु रेडिएशन फैलने की आशंका! क्षेत्र खाली होने का दावा

Story 1

ऑपरेशन सिंदूर: शोपियां में लश्कर के 3 आतंकी ढेर, सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता

Story 1

आदमपुर एयरबेस पर पीएम मोदी का दौरा, सेना के जवानों से की मुलाकात

Story 1

शोपियां में सेना ने घेरा लश्कर के तीन आतंकियों को, मुठभेड़ में ढेर