अंतिम सायरन से पहले: रक्षा सचिव, पीएम मोदी और NSA डोवल की बैठक – क्या हैं मायने?
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पाकिस्तान, भारतीय वायुसेना के युद्धाभ्यास वाले सायरन से डरा हुआ है, और दिल्ली में हो रही उच्च-स्तरीय बैठकें उसके डर को और बढ़ा रही हैं। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत में बदला लेने की बेचैनी बढ़ रही है और सरकार पर पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव लगातार बढ़ रहा है।

पीएम मोदी के साथ हर बड़ी बैठक से यह उम्मीद बढ़ रही है कि शायद अब अंतिम फैसला हो चुका है और सैन्य कार्रवाई किसी भी वक्त शुरू हो सकती है।

मंगलवार को पीएम मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल के बीच लगभग 40 मिनट की मुलाकात हुई। प्रधानमंत्री आवास पर हुई इस मीटिंग को बाकी बैठकों से अलग माना जा रहा है। एक तरफ पीएम ने सेना को आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने की पूरी छूट दे दी है, वहीं सैन्य कार्रवाई के सफल होने तक इस पूरी एक्सरसाइज पर एनएसए की नजर बनी रहेगी।

इसका अर्थ है कि सेना की कार्रवाई के लिए ज़रूरी समन्वय और गुप्त जानकारियों को साझा करने की महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी अजीत डोवल पर ही रहेगी। सभी जांच एजेंसियां अपने-अपने इनपुट एनएसए डोवल के साथ साझा कर रही होंगी और एनएसए उन जानकारियों को सेना के साथ शेयर करके उनकी तैयारियों को और बेहतर करने में मदद कर रहे होंगे।

पीएम और एनएसए के बीच आज की बैठक भारत की जवाबी कार्रवाई से जुड़ी तैयारियों को फाइनल टच देने के लिए महत्वपूर्ण है। यह भी संभव है कि पीएम के किसी महत्वपूर्ण सुझाव या आदेश को लेकर यह मीटिंग हुई हो। पिछले 24 घंटों में पीएम और एनएसए दो बार मिल चुके हैं।

युद्ध के हालात बनते हैं तो युद्ध शुरू करने और रोकने का फ़ैसला CCS में लिया जाता है। बुधवार को इसकी बैठक है। देश में राष्ट्रपति तीनों सेनाओं के सुप्रीम कमांडर होते हैं और उनके दस्तखत से ही सेना को युद्ध करने का ऑर्डर मिलता है।

युद्ध के दौरान किसी मोर्चे पर मिलिट्री ऑपरेशन का फ़ैसला तीनों सेनाओं के चीफ़ लेते हैं। वहीं चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ यानी सीडीएस का काम तीनों सेनाओं के बीच तालमेल बनाए रखना होता है।

युद्ध या मिलिट्री ऑपरेशन के दौरान सेना की तैयारियों के लिए किसी दूसरे डिपार्टमेंट से बातचीत करना, उनसे मदद लेने के काम डिफ़ेंस सेक्रेटरी की मदद से होते हैं। सेना को अपने लिए हथियार, गोला-बारूद, ईंधन सहित दूसरी ज़रूरतों का सामान भी डिफ़ेंस सेक्रेटरी के दस्तखत से मिलता है।

कल सुबह 11 बजे कैबिनेट की बैठक है। पहलगाम हमले के बाद दूसरी बार कैबिनेट की बैठक हो रही है। पिछले चार दिनों में पीएम मोदी ने नेवी चीफ, एयरफोर्स चीफ, होम सेक्रेटरी, डिफेंस सेक्रेटरी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार से भी मुलाकात की है। दिल्ली के साथ सीमापार से आ रहे संकेतों को देखें तो ऐसा लग रहा है मानो सरकार अब पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी कर चुकी है।

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