ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराग़ची पाकिस्तान पहुंचे हैं और जल्द ही भारत का दौरा भी करेंगे। उनकी यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत और पाकिस्तान के बीच पहलगाम हमले के बाद तनाव बढ़ गया है।
अराग़ची ने पहले ही दोनों देशों के बीच मध्यस्थता करने का प्रस्ताव दिया है, उन्हें भाई जैसे पड़ोसी बताया है।
विश्लेषकों का मानना है कि भारत ने ईरान को यह संदेश दिया होगा कि ईरानी विदेश मंत्री का भारत दौरा पाकिस्तान से अलग होना चाहिए, इसलिए वे तेहरान लौटकर भारत आएंगे।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के अनुसार, अराग़ची प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ और राष्ट्रपति आसिफ़ अली ज़रदारी से भी मिलेंगे।
अराग़ची ने सोशल मीडिया पर कहा है कि ईरान, नई दिल्ली और इस्लामाबाद में मौजूद अपने कार्यालयों के ज़रिए दोनों देशों के बीच बेहतर समझ बनाने के लिए तैयार है।
ईरान भारत और पाकिस्तान के साथ संतुलन बनाने की कोशिश कर रहा है। उसने हाल ही में दोनों देशों के विदेश मंत्रियों से फोन पर बात की और ईरानी राष्ट्रपति ने भारतीय प्रधानमंत्री से पहलगाम हमले की निंदा की और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से तनाव पर बातचीत की।
विश्लेषकों का मानना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और सैन्य टकराव की आशंका ने ईरान के लिए हालात जटिल कर दिए हैं। तटस्थ रहना ईरान की मजबूरी है, क्योंकि वह किसी एक के साथ खुलकर नहीं आ सकता।
भारत के साथ ईरान के ऐतिहासिक और पारंपरिक रूप से दोस्ताना संबंध रहे हैं। भारत ईरान के शीर्ष पांच कारोबारी सहयोगी देशों में शामिल है। 2022-23 में दोनों देशों के बीच 2.5 अरब डॉलर का कारोबार हुआ।
भारत ने ईरान के चाबहार बंदरगाह में भी निवेश किया है, जिसके जरिए वह अफगानिस्तान और मध्य एशिया के बाजारों तक पहुंच बनाना चाहता है।
अगर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता है, तो इससे ईरान के रणनीतिक हित प्रभावित हो सकते हैं। यही वजह है कि ईरान दोनों देशों के बीच मध्यस्थता करने की कोशिश कर रहा है।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने से दक्षिण एशिया की सुरक्षा स्थिति प्रभावित होगी और हालात नाज़ुक हो जाएंगे। अगर युद्ध छिड़ता है, तो ईरान के लिए अपने आप को इससे बचाकर रखना बहुत मुश्किल हो जाएगा। चीन भी ईरान पर भारत से अलग होने या पाकिस्तान के साथ आने का दबाव बढ़ा सकता है।
India and Pakistan are brotherly neighbors of Iran, enjoying relations rooted in centuries-old cultural and civilizational ties. Like other neighbors, we consider them our foremost priority.
— Seyed Abbas Araghchi (@araghchi) April 25, 2025
Tehran stands ready to use its good offices in Islamabad and New Delhi to forge greater… pic.twitter.com/5XsZnEPg2D
मोदी ने हमारा जीना हराम कर रखा है : भारत के खिलाफ सड़क पर उतरा पाकिस्तानी मौलाना
बीजेपी नेता के मुंह से निकले जय हो पाकिस्तान के नारे, वीडियो वायरल
भारत के हमले से पहले कांपी पाकिस्तान की धरती, आया जोरदार भूकंप
भारत-पाक तनाव के बीच नौसेना का बड़ा धमाका: स्वदेशी मिसाइल MIGM का सफल परीक्षण!
रन लेते वक्त बल्लेबाज की जेब से गिरा मोबाइल, क्रिकेट जगत में मची हलचल
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस के पूर्व विधायक धरम सिंह छोकर गिरफ्तार, ईडी अधिकारियों से हुई हाथापाई, शर्ट भी फटी!
वक्फ कानून: बकरीद तक विरोध जारी, 15 मई को अगली सुनवाई!
मुंबई इंडियंस के पूर्व खिलाड़ी शिवालिक शर्मा दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार
अब पंत को कहना चाहिए...कप्तानी छोड़ दो! फिंच ने दी चौंकाने वाली सलाह
पाकिस्तानी नागरिकों पर कार्रवाई: बंगाल में चुप्पी क्यों? बीजेपी नेता ने ममता सरकार पर उठाए सवाल