म्यांमार में शक्तिशाली भूकंप, बैंकॉक में इमारतें धराशायी!
News Image

म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार को 7.7 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के झटके महसूस किए गए।

भूकंप का केंद्र म्यांमार में था। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी तेज़ झटके महसूस किए गए, जिसके बाद कई इमारतों को खाली कराया गया। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) ने भूकंप की तीव्रता 7.7 मापी है।

USGS के अनुसार, भूकंप का केंद्र जमीन में 10 किलोमीटर नीचे था, बर्मा के मांडले शहर के पास।

ताज़ा तस्वीरों में इरावदी नदी पर बना एक विशाल पुल ढह गया है। म्यांमार की राजधानी नेपिडो में सड़कों पर दरारें आ गई हैं।

बैंकॉक में भूकंप के झटकों के बाद गिरती इमारतों से लोग दूर भागते नज़र आए। एक वीडियो में एक इमारत के स्वीमिंग पूल में ऊंची लहरें उठ रही हैं। सरकार आपातकालीन बैठक कर रही है।

बैंकॉक में बीबीसी की टीम ने इमारतों को हिलते हुए महसूस किया और लोगों को सड़कों पर निकलते देखा। टीम ने बताया कि भूकंप का झटका बहुत तेज़ था और एक गगनचुंबी इमारत की ऊपरी मंज़िल से पानी सड़क पर गिर रहा था।

भूकंप का केंद्र बर्मा के सागैंग शहर से 16 किमी उत्तर-पश्चिम में, मांडले शहर के पास स्थित था, राजधानी से लगभग 100 किमी उत्तर में। नेपिडो में सड़कों में दरारें आईं और छतों से टुकड़े गिरने लगे।

चीन के चाइना अर्थक्वेक नेटवर्क्स सेंटर के अनुसार, भूकंप का केंद्र धरती के 30 किलोमीटर अंदर था। भूकंप के तेज़ झटके दक्षिणपश्चिम चीन के यून्नान प्रांत तक भी महसूस किए गए।

कुछ तस्वीरों में एक बड़ा पुल म्यांमार की मुख्य नदी इर्रावड्डी में गिरता दिख रहा है। नेपिडो में सड़कें टूट गई हैं या उनमें दरारें आ गई हैं।

बैंकॉक, म्यांमार के भूकंप के केंद्र से करीब 1000 किलोमीटर दूर है। यहां भी इतना ज़ोरदार झटका महसूस किया गया कि एक निर्माणाधीन इमारत के ढहने की खबर है। पुलिस के अनुसार, कई लोग मलबे में दबे हुए हैं।

थाईलैंड भूकंप ज़ोन के अंदर नहीं आता, इसलिए वहां निर्माण में भूकंप रोधी तकनीक का कम इस्तेमाल होता है। म्यांमार से आ रही तस्वीरों में राजधानी नेपिडो की सड़कों पर दरारें दिख रही हैं। म्यांमार में थाईलैंड के मुकाबले अधिक भूकंप आते हैं।

USGS की रिपोर्ट के अनुसार, 1930 से 1956 के बीच सागैंग फॉल्ड के पास रिक्टर पैमाने पर 7.0 की तीव्रता के छह भूकंप आए। यह फॉल्ट देश के मध्य से होकर गुजरता है।

बैंकॉक में इमारतों के निर्माण में भूकंपरोधी तकनीक का इस्तेमाल नहीं होने से नुकसान अधिक हो सकता है।

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

आगरा में बीच सड़क पर हिंदू लड़कियों संग मुस्लिम लड़कों की अश्लील हरकत, CCTV फुटेज वायरल

Story 1

मंच पर नीतीश कुमार की महिला के साथ हरकत, अमित शाह ने हटाया!

Story 1

बाप रे बाप! AI से नौकरियां खतरे में, कंगाल हो जाएंगे लोग? डरावना आंकड़ा आया सामने!

Story 1

बोलने से पहले सोचते! CMS ने गांधी परिवार पर की अभद्र टिप्पणी, मचा हड़कंप

Story 1

बिहार: अप्रैल में अंगारे बरसेगा, इन जिलों में प्रचंड गर्मी का अलर्ट!

Story 1

म्यांमार में भूकंप से तबाही: नमाज़ के दौरान 700 से ज़्यादा लोगों की मौत, 60 मस्जिदें तबाह

Story 1

राहुल द्रविड़ को बैसाखियों पर देख, धोनी ने दौड़कर लगाया गले

Story 1

भारत की पहली हाइड्रोजन ट्रेन आज भरेगी रफ्तार!

Story 1

4 लड़के जाओ और ठोंक दो : सपा सांसद पर पूर्व BJP विधायक का विवादित बयान, मचा हड़कंप

Story 1

क्या मलाइका अरोड़ा को मिला नया प्यार? दिग्गज क्रिकेटर के साथ IPL मैच में दिखीं!