अर्दोआन के ख़िलाफ़ प्रदर्शन से तुर्की की अर्थव्यवस्था में भारी गिरावट
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तुर्की में इस्तांबुल के मेयर इकराम इमामोअलु की गिरफ्तारी के बाद देश में राजनीतिक संकट गहरा गया है। हजारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं, जिसके परिणामस्वरूप पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुई हैं और कई गिरफ्तारियां हुई हैं।

राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने प्रदर्शनों को तोड़फोड़ और सड़क पर आतंक करार देते हुए इनकी निंदा की है। उन्होंने कहा कि सरकार सार्वजनिक अव्यवस्था को स्वीकार नहीं करेगी।

इकराम इमामोअलु को भ्रष्टाचार और चरमपंथी समूहों को मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब उन्हें 2028 के राष्ट्रपति चुनावों के लिए सीएचपी का उम्मीदवार नामित किया जाने वाला था।

इस्तांबुल यूनिवर्सिटी ने इमामोअलु के डिप्लोमा को अवैध करार दे दिया है, जबकि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए यूनिवर्सिटी की डिग्री अनिवार्य है।

पूरे देश में प्रदर्शन जारी हैं और प्रदर्शनकारी विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिबंधों को तोड़ रहे हैं। पुलिस ने गुरुवार को 53 और शुक्रवार को 97 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है।

सीएचपी ने इस्तांबुल के बाहर सिटी हॉल में एक रैली का आह्वान किया था, जहां हजारों लोग इकट्ठा हुए। सीएचपी के अध्यक्ष ओज़गुर ओज़ेल ने प्रदर्शनकारियों से पुलिस को बिना चोट पहुंचाए बैरिकेड तोड़ने और सड़कों पर इकट्ठा होने का आह्वान किया।

कई जगह प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पों की खबरें हैं। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर रबड़ की गोलियां दागीं और पेपर गैस छोड़ी।

गृह मंत्री अली यरलिकाया ने प्रदर्शनों की कड़ी निंदा करते हुए विपक्ष को ग़ैर-ज़िम्मेदार क़रार दिया है। उन्होंने कहा कि 54 अन्य लोगों को ऑनलाइन भड़काऊ पोस्ट करने के लिए गिरफ्तार किया गया है।

जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर स्टीव हैंक ने कहा कि अर्दोआन ने प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगा दिया है, इंटरनेट धीमा कर दिया है और टीवी चैनलों पर सेंसर लगा दिया है।

सेंटर फ़ॉर काउंटर हेजमोनिक स्टडीज़ के डायरेक्टर टिम एंडर्सन ने कहा कि अर्दोआन घर में संकट से जूझ रहे हैं क्योंकि उन्होंने अपने मुख्य राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को गिरफ़्तार कर लिया है।

इमामोअलु की गिरफ्तारी के बाद तुर्की का शेयर बाज़ार बुरी तरह से गिर गया है और मुद्रा लीरा 11 प्रतिशत की गिरावट के साथ लड़खड़ा गई है।

तुर्की का शेयर बज़ार बीस्ट 100 इंडेक्स में 2008 के बाद सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है।

गिरती तुर्की की लीरा को संभालने के लिए देश के सेंट्रल बैंक ने 12 अरब डॉलर बाज़ार में डाले हैं।

बाज़ार को संभालने के लिए सेंट्रल बैंक की आपात बैठक में ब्याज़ दरों को बढ़ा दिया गया है ताकि लोगों को डॉलर की ओर जाने से रोका जा सके।

इन सब प्रयासों के बावजूद एक सप्ताह के दौरान लीरा में 4 प्रतिशत की गिरावट आई है। डॉलर के मुकाबले लीरा में पिछले एक साल में 6.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।

यह ताज़ा संकट, 2023 में अर्दोआन के फिर से चुने जाने के बाद शुरू किए गए बड़े पैमाने पर आर्थिक सुधारों के लिए तगड़ा झटका है।

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