ठाणे-बोरीवली अब सिर्फ 15 मिनट में! ट्विन टनल का हवाई दृश्य
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मुंबई के दो महत्वपूर्ण उपनगरों को जोड़ने वाली ठाणे-बोरीवली ट्विन टनल परियोजना परिवहन व्यवस्था में एक बड़ा बदलाव लाएगी। इस परियोजना के पूरा होने के बाद, ठाणे से बोरीवली की यात्रा मात्र 15 मिनट में संभव हो पाएगी। इससे न केवल यात्रा का समय घटेगा, बल्कि ट्रैफिक जाम से भी मुक्ति मिलेगी। इससे नागरिकों को बड़ी राहत मिलेगी।

वर्तमान में, इन दोनों स्थानों के बीच यात्रा के लिए केवल घोडबंदर रोड का व्यस्त मार्ग ही एकमात्र विकल्प है। इसके चलते, हजारों वाहन चालकों को प्रतिदिन ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है। इस सुरंग के निर्माण से यह परेशानी काफी हद तक कम हो जाएगी और यह परियोजना मुंबई के परिवहन के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।

यह महाराष्ट्र राज्य की सबसे लंबी सुरंग होगी। यह ऐरोली-कटाई रोड टनल से 1.7 किलोमीटर लंबी होगी। TBM (टनल बोरिंग मशीन) ने पहले फैक्ट्री एक्सेप्टेंस टेस्ट पूरा कर लिया है और अप्रैल 2025 में यह ठाणे लॉन्च शाफ्ट साइट पर पहुंचेगी। मानसून से पहले सुरंग बनाने का काम शुरू होने की संभावना है, जिससे परियोजना के काम में तेजी आएगी।

संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (SGNP) के नीचे सुरंग बनाने के लिए 4 TBM (टनल बोरिंग मशीन) का इस्तेमाल किया जाएगा। प्रत्येक सुरंग में 3 लेन होंगी और यह 23 मीटर की गहराई से गुजरेगी।

यह परियोजना संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (SGNP) के अंतर्गत आती है, इसलिए पर्यावरणीय मंजूरी की आवश्यकता है। राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड से मंजूरी मिल चुकी है। हालांकि, केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के नागपुर विभाग की अंतिम मंजूरी अभी लंबित है। SGNP की जैव विविधता पर संभावित प्रभावों का अध्ययन करने के लिए एक उप-समिति का गठन किया गया है।

ठाणे-बोरीवली सुरंग के बनने से ट्रैफिक जाम का बड़ा बोझ कम होगा। वर्तमान में, ठाणे से बोरीवली तक 23 किलोमीटर की यात्रा में लगभग 1 घंटे से अधिक का समय लगता है। सुरंग के बन जाने के बाद, यह यात्रा केवल 12 किलोमीटर की होगी और मात्र 15 मिनट में पूरी हो जाएगी। घोडबंदर रोड और वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर ट्रैफिक जाम काफी हद तक कम हो जाएगा। यात्री कम समय में और अधिक सुविधाजनक तरीके से यात्रा कर सकेंगे। ईंधन और समय की बड़ी बचत होगी, जिसका सीधा प्रभाव पर्यावरण और अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।

ठाणे-बोरीवली ट्विन टनल परियोजना मई 2028 तक पूरी होने की संभावना है। वर्तमान में, परियोजना का काम निर्धारित समय के अनुसार चल रहा है और इसकी गति संतोषजनक है। यह सुरंग मुंबई की परिवहन व्यवस्था में ऐतिहासिक परिवर्तनों में से एक होगी और भविष्य के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।

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