क्या गोश्त सिर्फ मुसलमान खाता है? काली पूजा-दुर्गा पूजा पर शाहनवाज हुसैन का बयान मचा रहा धमाल
News Image

शाहनवाज हुसैन का विवादित बयान

बिहार में चुनावी मुद्दों के बीच, भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने दुर्गा पूजा और काली पूजा को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा, आपको क्या लगता है गोश्त सिर्फ मुसलमान खाते हैं? बिहार में बकरीद में जितने बकरे नहीं कटते, उससे ज्यादा काली पूजा-दुर्गा पूजा में बकरे कटते हैं।

ब्राह्मण भी खाते हैं मांस

शाहनवाज हुसैन ने आगे कहा, हम बिहारी हैं, हमें पता है। हमारे मैथिल ब्राह्मण भी नॉनवेज खाते हैं। बिहारी लोग ज्यादातर खाते हैं, तो क्या सब मुसलमान हैं? उन्होंने कहा कि खान-पान पर बहस की जरूरत नहीं है और सभी को अपनी पसंद का भोजन करने का अधिकार है।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया

शाहनवाज हुसैन के बयान से सोशल मीडिया पर हलचल मच गई है। कुछ लोग उनके बयान का समर्थन कर रहे हैं, जबकि अन्य इसे हिंदू भावनाओं का अपमान बता रहे हैं।

वक्फ एक्ट पर भी बयान

इसके अलावा, शाहनवाज हुसैन ने वक्फ एक्ट पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि यह एक्ट इसीलिए लाया जा रहा है ताकि वक्फ बोर्ड में हो रही लूट पर लगाम लगाई जा सके। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ मुसलमानों ने कश्मीरी गेट की एक मस्जिद को होटल बना दिया है और कब्रों को तोड़कर दुकान-मकान बनाए हैं।

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे मैच के लिए भारत की संभावित प्लेइंग XI: रवि बिश्नोई का कट सकता है पत्ता

Story 1

23 जनवरी मौसम: बारिश का कहर जारी, घर से निकलते हुए रहें सावधान

Story 1

IND vs ENG हाइलाइट्स: अभिषेक शर्मा की छक्कों की बौछार

Story 1

अलर्ट! चक्रवाती तूफान की दस्तक; 12 राज्यों में 2 दिन बारिश का अलर्ट, जानें दिल्ली-NCR में कैसा रहेगा मौसम?

Story 1

ये नई टीम इंडिया है... ना शमी, ना बुमराह, फिर भी गेंदबाजों ने इंग्लैंड को रगड़ा, अभ‍िषेक शर्मा ने जमाया रंग

Story 1

टीम इंडिया के सितारे रणजी में फेल, रोहित-यशस्वी के बाद शुभमन-पंत भी निकले बैटिंग में फ्लॉप

Story 1

आज का मौसम: यूपी के 19 जिलों में बारिश का अलर्ट, घना कोहरा और ठंड बढ़ने के आसार

Story 1

टेस्ला साइबर ट्रक की हूबहू नकल! पाकिस्तान में लॉन्च हो गया सस्ता और मजेदार वर्जन

Story 1

मैंने संगम में स्नान किया, केजरीवाल यमुना में डुबकी दिखाएं : योगी की चुनौती

Story 1

भाजपा या कांग्रेस? दिल्ली के लिए कौन बेहतर?