एक ही समय और स्थान पर एक ही अकाउंट से अलग-अलग फोन मॉडल पर कैब बुकिंग के बाद किराए में भिन्नता पाई गई। एंड्रॉइड और iOS डिवाइसों के बीच 13% से 50% तक की छूट में अंतर देखा गया।
कम बैटरी वाले उपकरणों ने पूरी तरह चार्ज किए गए उपकरणों की तुलना में अधिक किराया दिखाया। यह संकेत देता है कि आपातकालीन स्थितियों में, उपयोगकर्ताओं को अधिक किराया देने की संभावना होती है।
ओला और उबर के एल्गोरिदम उपयोगकर्ता डेटा, जैसे डिवाइस प्रकार और बैटरी स्तर का उपयोग करके किराए को समायोजित कर सकते हैं। इससे निष्पक्षता और पारदर्शिता की चिंता पैदा होती है।
सोशल मीडिया पर, उपयोगकर्ताओं ने इन निष्कर्षों की सराहना की और प्रतिक्रिया दी, निगरानी और निष्पक्ष प्रथाओं के लिए आवाज़ उठाई।
The Curious Case of Uber Fare Discrepancies:
— Rishabh Singh (@merishabh_singh) January 18, 2025
Platform and Battery Impact
Ride-hailing platforms like Uber have revolutionized transportation, but recent observations raise questions about the transparency of their pricing algorithms.
In this post, I’ll dive into two surprising… pic.twitter.com/nlQCM0Z49B
यूपी पुलिस गैलरी: सीएम योगी ने किया निरीक्षण, यूपी पुलिस की सराहना
शमी की शानदार वापसी: 14 महीने बाद मैदान पर धमाल, चैंपियंस ट्रॉफी से पहले दिखे लय में
बिग बॉस 18 फिनाले से दो पूर्व प्रतियोगी गायब
कांटों के बाबा पर भड़की युवती, देखें चौंकाने वाला वीडियो
महाकुंभ में सादगी की मिसाल: जमीन पर बैठकर भजन गाते दिखे पीएम मोदी के भाई-भतीजे
VIDEO: देखो वो आ गया, टीम इंडिया में 14 महीने बाद स्टार खिलाड़ी की वापसी, कोच ने देखते ही लगाया गले
हिमानी मोर: ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा की दुल्हनियां
मैं विष्णु हूं, सबको सुदर्शन चक्र से काट दूंगा : IIT बाबा का माथा घूमा, खुद को बताया हरि
सचिन का ये मजेदार जवाब! ड्रेसिंग रूम में खाया छुपकर वड़ा पाव?
विवादों में बड़े खेल महासंघ