1.13 करोड़ रुपये का गड़बड़झाला
हिमाचल प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। ठियोग उपमंडल में टैंकरों से हुई पानी की आपूर्ति में गड़बड़ी के मामले में दो कार्यकारी अभियंताओं (एक्सईएन) सहित 10 अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
ऑल्टो गाड़ी से पानी सप्लाई करने का दावा
पूर्व विधायक राकेश सिंघा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया था कि आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, पानी की आपूर्ति के लिए टैंकरों की जगह निजी वाहनों का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रों में जहां सड़कें ही नहीं हैं, वहां भी वाहन से पानी की आपूर्ति दिखाई गई है।
वॉटर सप्लाई में करोड़ों रुपये का खर्च
ठीयोग में हर साल गर्मियों के दौरान पानी की किल्लत होती है और वॉटर टैंकरों से आपूर्ति की जाती है। आरोप है कि 2024 में इस पर 1.13 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जबकि पहले सालाना खर्च 10-12 लाख रुपये के आसपास होता था।
विजिलेंस जांच के आदेश
हिमाचल प्रदेश सरकार ने पूरे मामले की विजिलेंस जांच के आदेश दिए हैं। राज्य के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया था। ठियोग के विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने कहा है कि मामले में कार्रवाई की जाएगी।
*हिमाचल प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. जिला शिमला के तहत आने वाले ठियोग सब डिविजन में टैंकरों से हुई पानी की सप्लाई में गड़बड़ी के मामले में दो एक्सईएन समेत 10 अफसर को सस्पेंड किया गया है. @ABPNews #shimla #HimachalPradesh pic.twitter.com/rr5Wa1eKta
— Ankush Dobhal🇮🇳 (@DobhalAnkush) January 3, 2025
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