राहुल गांधी कहां हैं? बिहार चुनाव में कांग्रेस का नो फिकर मोड , चर्चा तेज
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बिहार विधानसभा चुनाव में हर पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, लेकिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अनुपस्थिति चर्चा का विषय बनी हुई है। पिछले दो महीनों से राहुल गांधी बिहार में किसी भी चुनावी कार्यक्रम में नहीं दिखे हैं।

यह भले ही कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा हो, लेकिन इसका असर जमीनी स्तर पर दिख रहा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि राहुल गांधी अब छठ पूजा के बाद ही बिहार में चुनावी रैलियों में हिस्सा ले सकते हैं।

जैसे-जैसे बिहार चुनाव की तारीखें नजदीक आ रही हैं, राहुल गांधी की गैरमौजूदगी पर सवाल उठ रहे हैं। राहुल गांधी ने आखिरी बार 1 सितंबर को बिहार का दौरा किया था, जब उन्होंने पटना में मतदाता अधिकार यात्रा की समापन रैली को संबोधित किया था।

राहुल गांधी कहां हैं? यह सवाल राजनीतिक गलियारों में गूंज रहा है। बीजेपी समर्थक और एनडीए इसे कांग्रेस की कमजोरी बता रहे हैं, जबकि महागठबंधन के नेता इसे रणनीतिक विराम कह रहे हैं। तेजस्वी यादव की रैलियों में भीड़ देखकर विपक्ष को मजबूती मिल रही है, लेकिन राहुल की अनुपस्थिति ने आंतरिक असंतोष को भी जन्म दिया है।

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधा है।

1 सितंबर के बाद से राहुल गांधी बिहार से दूर रहे। 20 अक्टूबर को दीपावली पर उनका पुरानी दिल्ली में इमरती बनाने का वीडियो वायरल हुआ। इसके बाद बिहार के कार्यकर्ताओं ने सवाल उठाए कि जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीमार होने के बावजूद दर्जनों सभाएं कर रहे हैं, तो राहुल गांधी कहां हैं?

कांग्रेस महागठबंधन में बिहार चुनाव लड़ रही है। कांग्रेस को 243 सीटों में से 61 सीटें मिली हैं, जबकि आरजेडी 143 सीटों पर लड़ेगी। सीटों के बंटवारे पर चर्चा के लिए राहुल गांधी ने अशोक गहलोत को राजदूत बनाकर भेजा था।

कांग्रेस को महागठबंधन में उपमुख्यमंत्री का पद भी नहीं मिला। 2020 के चुनाव में कांग्रेस को महागठबंधन में 70 सीटें दी गई थीं और उसने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस बार भी पार्टी ने 61 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, लेकिन उपमुख्यमंत्री पद के चेहरे के तौर पर विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के मुकेश सहनी आगे निकल गए हैं। मुकेश सहनी की पार्टी को महागठबंधन में केवल 15 सीटें मिली हैं।

बिहार चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे, जबकि 14 नवंबर को मतगणना होगी। एनडीए ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसे बड़े नेताओं को मैदान में उतारा है। वहीं, महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव सक्रिय हैं, लेकिन कांग्रेस में जमीनी स्तर पर अभियान की कमी गठबंधन को कमजोर कर रही है। 2020 के चुनावों में कांग्रेस ने 19 सीटें जीती थीं।

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