बिहार में किसकी सरकार? सर्वे ने बढ़ाई सियासी गर्मी!
News Image

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। लोकपोल के ताज़ा सर्वे ने नई हलचल पैदा कर दी है। मुकाबला कांटे का है और सत्ता का फैसला आखिरी वोट तक जा सकता है।

लोकपोल ने तीन हफ़्तों तक ज़मीन पर घूमकर, गहन रिसर्च और बूथ स्तर तक लोगों की राय जानने के बाद यह सर्वे जारी किया है।

NDA और महागठबंधन में टक्कर, किसे कितनी सीटें?

सर्वे के अनुसार, NDA को 105 से 114 सीटें मिल सकती हैं, जबकि महागठबंधन 118 से 126 सीटों पर बढ़त बना सकता है। अन्य दलों के खाते में 2 से 5 सीटें जाने का अनुमान है। प्रशांत किशोर कोई खास प्रभाव नहीं डाल पा रहे हैं।

वोट शेयर में कौन आगे?

NDA को 38% से 41% तक वोट मिलने का अनुमान है, जबकि महागठबंधन को 39% से 42% वोट शेयर मिल सकता है। दोनों गठबंधनों के बीच मामूली अंतर है।

सर्वे की 5 बड़ी बातें:

  1. युवा और पहली बार वोट डालने वाले मतदाता बेरोजगारी और पलायन जैसे मुद्दों से महागठबंधन की ओर झुक रहे हैं। तेजस्वी यादव का आरक्षण कार्ड ओबीसी और ईबीसी वोटरों को आकर्षित कर रहा है।
  2. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति लोगों में नाराजगी है। लंबे कार्यकाल, कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति, भ्रष्टाचार के आरोपों और स्वास्थ्य कारणों ने उनकी लोकप्रियता को कम किया है। ईबीसी तबके भी NDA से दूर हो रहे हैं।
  3. मुसलमान और यादव वोटरों का झुकाव महागठबंधन के साथ है। जातिगत जनगणना के बाद कांग्रेस को एससी और ईबीसी समाज में समर्थन बढ़ता दिख रहा है। बीजेपी अभी भी सवर्ण और बनिया वोट बैंक को साथ रखने में सफल है। जन सुराज पार्टी कुछ इलाकों में ऊपरी जाति के वोटों को बांट रही है।
  4. महिलाओं का वोट बैंक महागठबंधन की तरफ खिसकता दिख रहा है। मुफ्त बिजली और माई-बहिन मान जैसी योजनाओं ने महिलाओं के बीच पैठ बनाई है। पीएम मोदी का महिला वोटरों पर आकर्षण पहले जैसा नहीं रहा।
  5. राहुल गांधी की छवि में सुधार हुआ है। उनकी वोटर अधिकार यात्रा ने उन्हें जन मुद्दों पर केंद्रित एक गंभीर नेता के रूप में पेश किया है, जो महागठबंधन के लिए फायदेमंद है।

बसपा और अन्य दलों की स्थिति

यूपी सीमा से सटे इलाकों में बीएसपी का प्रभाव कम हो रहा है, जिससे महागठबंधन को फायदा हो रहा है। छोटे दलों को कुछ सीटें मिल सकती हैं, लेकिन उनका असर सीमित रहेगा।

सर्वे के नतीजे बताते हैं कि बिहार में इस बार का चुनाव ऐतिहासिक रूप से करीबी हो सकता है। महागठबंधन मामूली बढ़त में दिख रहा है। नीतीश कुमार का अनुभव और सत्ता की पकड़ एक तरफ है, तो दूसरी ओर तेजस्वी यादव की युवा ऊर्जा और सामाजिक समीकरण। अब देखना यह है कि जनता किस पर भरोसा जताती है।

चुनाव की तारीख और सियासी जंग

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 अक्टूबर-नवंबर में होने की संभावना है। नीतीश कुमार का कार्यकाल 22 नवंबर तक है, इसलिए उससे पहले चुनाव संपन्न हो जाएंगे। 243 सीटों पर होने वाले इस चुनाव में मुकाबला रोचक होगा। आरजेडी, जेडीयू, बीजेपी और कांग्रेस मुख्य खिलाड़ी हैं, जबकि लोजपा, आरएलजेपी, वीआईपी और जन सुराज पार्टियां भी समीकरण बिगाड़ सकती हैं।

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

करूर रैली में भगदड़: विजय की सभा में 36 की मौत, जानिए कैसे हुआ हादसा

Story 1

BSNL 4G: अब पूरे भारत में दौड़ेगा, लॉन्च के साथ पाएं शानदार फायदे!

Story 1

जयशंकर ने BRICS विदेश मंत्रियों की बैठक में वैश्विक सुधारों पर ज़ोर दिया

Story 1

महाराष्ट्र में अब पहली कक्षा से होगी खेती की पढ़ाई!

Story 1

नेपाल ने रचा इतिहास! वेस्टइंडीज को टी20 में 19 रनों से हराया

Story 1

करूर भगदड़: 31 की मौत के बाद विजय हवाई अड्डे से कहां रवाना हुए?

Story 1

राहुल चाहर ने रचा इतिहास: 166 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा, बने वर्ल्ड क्रिकेट के पहले खिलाड़ी!

Story 1

सूर्यकुमार यादव ने श्रीलंकाई खिलाड़ी को गले लगाकर जताया दुख, पिता की मौत पर संवेदना

Story 1

PF का पैसा निकालने वालों के लिए चेतावनी! गलत जानकारी देने पर वापस करनी पड़ सकती है राशि

Story 1

तलाक विवाद पर धनश्री वर्मा का खुलासा: एलिमनी पर कही ये बड़ी बात