तेजस्वी यादव की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ शुरू, 10 जिलों से गुजरेगा ‘रथ’
News Image

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज से अपनी ‘बिहार अधिकार यात्रा’ की शुरुआत कर दी है। यह यात्रा एक बस के जरिए निकाली जा रही है और 20 सितंबर तक चलेगी।

यात्रा का आरंभ जहानाबाद से हुआ है और इसका समापन वैशाली में होगा। पांच दिन की इस यात्रा में तेजस्वी यादव का रथ राज्य के 10 जिलों - जहानाबाद, नालंदा, पटना, बेगूसराय, खगड़िया, मधेपुरा, सहरसा, सुपौल, समस्तीपुर और वैशाली से होकर गुजरेगा।

तेजस्वी की इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना है। साथ ही, वे महागठबंधन में अपनी और RJD की ताकत का प्रदर्शन करना चाहते हैं, खासकर कांग्रेस को यह संदेश देना चाहते हैं कि महागठबंधन में सबसे बड़ा जनाधार RJD और तेजस्वी यादव का है। इसके अलावा, तेजस्वी इस यात्रा के माध्यम से संगठन को मजबूत करने और बिहार की जनता तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं।

इस यात्रा में महागठबंधन के अन्य दलों के शामिल न होने से स्पष्ट है कि तेजस्वी अकेले ही अपनी सियासी जमीन को मजबूत करने में जुटे हैं।

यात्रा शुरू करने से पहले मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि वे और राहुल गांधी एक ही विचारधारा पर हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी इस यात्रा का उद्देश्य बिहार की जनता के अधिकारों की बात करना और उनके मुद्दों को उठाना है। सूत्रों के अनुसार, तेजस्वी इस यात्रा के माध्यम से कांग्रेस पर दबाव बनाना चाहते हैं, ताकि आगामी विधानसभा चुनाव में उन्हें मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर घोषित किया जाए।

तेजस्वी की इस यात्रा से कांग्रेस खेमे में कुछ तनाव देखा जा रहा है। हाल ही में RJD नेता ने कहा था कि वे 243 सीटों पर अपने नाम पर वोट मांगेंगे। पहले, राहुल गांधी ने तेजस्वी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने के सवाल को टाल दिया था, जिससे RJD और कांग्रेस के बीच तनाव की अटकलें तेज हो गई थीं। हालाँकि, इससे पहले तेजस्वी और राहुल गांधी ने मिलकर वोटर अधिकार यात्रा निकाली थी, जिसमें तेजस्वी ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की अपील की थी।

15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीमांचल के पूर्णिया में घुसपैठ के मुद्दे पर RJD और कांग्रेस पर निशाना साधा था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए तेजस्वी ने कहा कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है और उनकी लड़ाई जनता के अधिकारों के लिए है।

तेजस्वी की यह यात्रा न केवल RJD के संगठनात्मक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह उन्हें अपनी राजनीतिक शक्ति का प्रदर्शन करने का भी एक अवसर प्रदान करती है। तेजस्वी की इस यात्रा से बिहार की राजनीति में हलचल मचना तय है। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह यात्रा महागठबंधन की एकता और आगामी चुनावी रणनीति पर क्या प्रभाव डालती है।

*

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

अडानी को 1 रुपये में 1050 एकड़ जमीन: AAP का मोदी सरकार पर सनसनीखेज आरोप

Story 1

हिमाचल में बादल फटने से भारी तबाही, मंडी में बस अड्डा और दुकानें जलमग्न, तीन की मौत

Story 1

मिराय की धूम: चार दिनों में 100 करोड़ के करीब!

Story 1

रील के चक्कर में जान जोखिम में! पुल से लटककर बचाव का खतरनाक स्टंट वायरल

Story 1

बिहार के 12 जिलों में झमाझम बारिश का अलर्ट!

Story 1

हम आतंकवादी नहीं, पाकिस्तान के लिए लड़े : जैश कमांडर का ज़हर उगलना

Story 1

पंजाब में बाढ़ के बाद स्वास्थ्य सेवा: 2016 गांवों में लगे हेल्थ कैंप, हजारों लोगों का हुआ चेकअप

Story 1

बिहार में बदलाव मुद्दों पर होगा, तेजस्वी की अधिकार यात्रा का यही मतलब: मनोज झा

Story 1

पहली मुलाकात में ही मोदी ने फडणवीस को क्यों कर दिया था प्रभावित?

Story 1

IRCTC का नया नियम: जनरल टिकट बुकिंग के लिए आधार अनिवार्य!