महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन? राउत ने की मांग, फडणवीस सरकार पर हमला
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शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र विधान भवन में हुई हिंसक झड़प के मामले में भारतीय जनता पार्टी की कड़ी आलोचना की है। राउत ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को शामिल किया जा रहा है।

राउत ने पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से अपनी सरकार भंग करने और राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है। उनकी यह मांग विधान भवन परिसर में भाजपा विधायक गोपीचंद पडलकर और एनसीपी (एसपी) के विधायक जितेंद्र आव्हाड के समर्थकों के बीच हुई हाथापाई के बाद आई है। इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि फडणवीस के नेतृत्व में महाराष्ट्र विधानसभा की गरिमा को तार-तार कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि लोग हथियारों के साथ विधान भवन में घुसे और गैंगवार किया।

राउत ने एनसीपी विधायक जितेंद्र आव्हाड की हत्या की साजिश का भी पर्दाफाश करने का दावा किया और पूछा कि इन लोगों को विधान भवन में किसने आने दिया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र अब राष्ट्रपति शासन के लिए उपयुक्त स्थिति में है।

राउत ने विधान भवन में हुई घटना को गैंगवार बताया और कहा कि वहां हत्या, डकैती जैसे गंभीर अपराधों में शामिल लोग मौजूद थे। उन्होंने भाजपा पर आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को अपनी पार्टी में शामिल करने का आरोप लगाया और पूछा कि क्या यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा की संस्कृति है।

राउत ने कहा कि शिवसेना यूबीटी का मानना है कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह न केवल दुर्भाग्यपूर्ण, दुखद या चौंकाने वाला है, बल्कि महाराष्ट्र की राजनीतिक संस्कृति के लिए शर्मनाक भी है।

राउत ने मुख्यमंत्री फडणवीस की आलोचना की और उन्हें राज्य की राजनीतिक संस्कृति की गरिमा बनाए रखने के उनके वादे की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि हर दिन महाराष्ट्र की छवि पर एक नया धब्बा लग रहा है, चाहे वह भ्रष्टाचार हो, अनैतिक व्यवहार हो या हनीट्रैप।

राउत ने दावा किया कि अगर महाराष्ट्र में कोई अन्य पार्टी सत्ता में होती, तो फडणवीस राज्य सरकार को भंग करने की मांग करते। उन्होंने कहा कि अगर फडणवीस आत्ममंथन करें, तो उन्हें एहसास होगा कि उनकी सरकार को भंग करने की जरूरत है।

राउत ने राज्यपाल से गृह विभाग से रिपोर्ट मांगने और राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करने की मांग की है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सत्ताधारी गठबंधन विधानसभा में विपक्ष के नेता का पद नहीं चाहता ताकि महत्वपूर्ण सवाल उठाए न जा सकें।

राउत ने यह भी आरोप लगाया कि विधान भवन में वाहनों में हथियार लाए गए थे और राकांपा (एसपी) विधायक जितेंद्र अव्हाड पर हमला करने की साजिश थी।

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