ईरान ने अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और फ्रांस को कड़ी चेतावनी दी है। अगर इन देशों ने इजरायल पर तेहरान के हमलों को रोकने का प्रयास किया, तो उनके ठिकानों और जहाजों को निशाना बनाया जा सकता है।
वहीं, इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने ईरान को चेतावनी दी है कि अगर ईरान ने इजरायल पर मिसाइल हमले जारी रखे, तो तेहरान जल जाएगा ।
यह धमकियों का दौर उस समय चल रहा है जब इजरायल और ईरान एक-दूसरे पर लगातार हमले कर रहे हैं। काट्ज ने कहा कि अगर ईरान के नेता अली खामेनेई ने मिसाइल हमले जारी रखे, तो ईरान को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
13 जून को इजरायल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हमले किए थे। इसके जवाब में ईरान ने भी इजरायल के अलग-अलग शहरों पर बैलेस्टिक मिसाइलें दागीं।
इजरायल के विदेश मंत्री इजरायल काट्ज ने सोशल मीडिया पर ईरान शासन को सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि अगर खामेनेई इजरायल के घरेलू मोर्चे पर मिसाइलें दागना जारी रखते हैं, तो तेहरान जल जाएगा । उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ईरानी तानाशाह अपने शासन को बचाने के लिए तेहरान के नागरिकों को अपनी आपराधिक नीतियों का बंधक बना रहे हैं।
ईरान-इजरायल संघर्ष पर शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) ने भी चिंता व्यक्त की है। SCO ने ईरान पर इजरायल के हमले की निंदा करते हुए कहा कि नागरिकों को निशाना बनाना अंतर्राष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है। SCO ने यह भी कहा कि ऐसी कार्रवाइयां ईरान की संप्रभुता का उल्लंघन करती हैं, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाती हैं, और वैश्विक शांति और स्थिरता के लिए गंभीर खतरे पैदा करती हैं।
SCO के बयान में आगे कहा गया कि इसके सदस्य देश ईरान के लोगों और सरकार के प्रति संवेदना जताते हैं। भारत SCO का सदस्य है, लेकिन भारत ने इस बयान से खुद को अलग कर लिया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि ईरान-इजरायल के बीच संघर्ष पर भारत 13 जून 2025 को बताए अपने रुख पर कायम है। भारत ने दोनों देशों से तनाव कम करने और बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर आने के लिए कहा है।
इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने दावा किया है कि पश्चिमी ईरान से तेहरान तक का हवाई रास्ता उसके लिए पूरी तरह से सुरक्षित है। IDF ने यह भी दावा किया कि ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम से जुड़े कुल 9 वरिष्ठ वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों को मार दिया गया है।
रिपोर्टों के अनुसार, ईरान ने कई बार में लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। हालांकि, इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम ने ज्यादातर मिसाइलों को इंटरसेप्ट कर लिया। कुछ मिसाइलें सीधे रिहायशी इलाकों में गिरीं, जिससे तीन इजरायली नागरिकों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए।
वहीं, संयुक्त राष्ट्र में ईरान के दूत आमिर सईद इरावानी ने कहा कि इजरायल के हमलों में 78 लोग मारे गए और 320 से ज्यादा लोग घायल हुए, जिनमें ज्यादातर आम नागरिक थे।
यह भी दावा किया गया है कि ईरान के हमलों में 7 इजरायली जवान घायल हो गए।
इजरायली सैन्य अधिकारियों का कहना है कि इजरायल की वायु सेना (IAF) ने अभी तक ईरान के सभी परमाणु ठिकानों पर हमला नहीं किया है, लेकिन कोशिश जारी रहेगी। IAF ने नतांज न्यूक्लियर फैसिलिटी को काफी नुकसान पहुंचाया है और इस्फहान साइट के कुछ हिस्सों को तबाह कर दिया है। हालांकि, फोर्डो को अभी तक निशाना नहीं बनाया गया है।
Our Statement on the Shanghai Cooperation Organization (SCO)⬇️
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) June 14, 2025
🔗 https://t.co/bvBnmlSMX9 pic.twitter.com/ZHqCyHFvHs
विमान हादसे में चमत्कारिक ढंग से बचे रमेश विश्वास कुमार की कहानी
सोशल मीडिया पर वायरल: 5 लाख का फादर्स डे केक, लोग बोले - हीरे जड़े हैं क्या?
असम: काली मंदिर के पास गाय का कटा सिर मिलने से तनाव, पांच गिरफ्तार
सलमान खान का तलाक और एलिमनी पर बड़ा बयान: आधी पैसे लेकर चली जाती है
दुबई की 67 मंजिला इमारत में भीषण आग, 3820 लोग सुरक्षित निकाले गए
लखनऊ: ACP ऑफिस के बाहर दो गुटों में ज़ोरदार मारपीट, सिपाही बेबस!
केदारनाथ हेलीकॉप्टर हादसा: कारण आया सामने, फेरे घटाने के बाद भी क्यों नहीं रुक रहे हादसे?
इजराइल-ईरान युद्ध के बीच उर्वशी रौतेला का नेतन्याहू को भगवद् गीता देने वाला फोटो वायरल, जानिए सच
WTC फाइनल 2025: बावुमा का बड़ा खुलासा, ऑस्ट्रेलियाई टीम की खुली पोल!
दिल्ली में तूफानी हवाओं का कहर: सफदरजंग एंक्लेव में मोबाइल टावर गिरा, बड़ा हादसा टला