ईरान-इजरायल टकराव: हवाई हमले से आसमान में लगा भयंकर ट्रैफिक जाम!
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इजरायल द्वारा ईरान पर हवाई हमला शुरू करते ही अंतरराष्ट्रीय हवाई क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। फ्लाइटराडार24 के टाइम-लैप्स वीडियो के अनुसार, युद्ध के खतरे से मिनटों में हवाई रास्ते बदल गए।

ईरान के ऊपर से गुजरने वाली व्यावसायिक उड़ानों ने तुरंत मार्ग बदलना शुरू कर दिया, जिससे आसमान में अभूतपूर्व ट्रैफिक जाम लग गया।

सुरक्षा कारणों से, विमान तेजी से ईरानी हवाई क्षेत्र से बाहर निकले, जिससे पूरे इलाके में सन्नाटा छा गया। इससे पता चलता है कि युद्ध का असर केवल जमीनी स्तर पर ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों और वैश्विक कनेक्टिविटी पर भी पड़ता है।

मध्य पूर्व एक बार फिर संकट में है। शुक्रवार की सुबह इजरायल ने ऑपरेशन राइजिंग लायन के तहत ईरान पर व्यापक हवाई हमले किए।

इन हमलों का लक्ष्य ईरान की परमाणु गतिविधियां, बैलिस्टिक मिसाइल केंद्र और सैन्य कमांड स्ट्रक्चर थे। हमलों की गूंज वैश्विक उड्डयन मार्गों में भी सुनाई दी।

फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइटराडार24 के वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे युद्ध की आहट ने आसमान के दृश्य को बदल दिया। इजरायल के हमले के बाद, ईरानी हवाई क्षेत्र से व्यावसायिक उड़ानें तेजी से निकलने लगीं।

कई विमानों ने बीच उड़ान में ही अपने मार्ग बदल दिए और सुरक्षित रास्तों की ओर मुड़ गए। विशेषज्ञों ने इसे आसमान में सन्नाटे का दृश्य कहा। हवाई क्षेत्र लगभग खाली हो गया, जो खतरे की गंभीरता को दर्शाता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस बदलाव का असर ईरान और इजरायल तक ही सीमित नहीं रहेगा। इस क्षेत्र से गुजरने वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को अब लंबे वैकल्पिक मार्ग अपनाने पड़ सकते हैं, जिससे उड़ान की अवधि, परिचालन लागत और देरी जैसी समस्याएं बढ़ेंगी। यूरोप-एशिया मार्ग पर चलने वाली उड़ानें विशेष रूप से प्रभावित होंगी।

इजरायली सेना (IDF) ने पुष्टि की है कि ऑपरेशन राइजिंग लायन योजनाबद्ध और खुफिया जानकारी पर आधारित था। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे राष्ट्र की सुरक्षा के लिए अनिवार्य बताया।

नेतन्याहू के अनुसार, ईरान के परमाणु हथियार कार्यक्रम और बैलिस्टिक मिसाइल केंद्रों को निशाना बनाया गया।

IDF ने दावा किया कि उच्च गुणवत्ता वाली खुफिया जानकारी के आधार पर यह ऑपरेशन शुरू किया गया, क्योंकि ईरान परमाणु हथियार निर्माण की प्रक्रिया में आगे बढ़ चुका था।

ईरान ने इजरायली हमले का समर्थन करने के लिए अमेरिका पर आरोप लगाया। तेहरान सरकार का कहना है कि यह हमला अकेले इजरायल का नहीं, बल्कि अमेरिकी सहयोग से संभव हुआ। हालांकि, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किसी भी प्रत्यक्ष भूमिका से इनकार किया।

इजरायली रक्षा मंत्री इजराइल कैट्ज ने देश में इमरजेंसी घोषित कर दी है। उन्होंने चेतावनी दी कि ईरान मिसाइल या ड्रोन हमलों से बदला ले सकता है। इजरायली सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

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