ठाणे रेलवे स्टेशन पर बड़ा हादसा, पुष्पक एक्सप्रेस से गिरकर 5 की मौत
News Image

ठाणे में एक दुखद घटना सामने आई है। छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से लखनऊ जा रही पुष्पक एक्सप्रेस से गिरकर पांच यात्रियों की मौत हो गई है। यह हादसा दिवा और कोपर स्टेशनों के बीच हुआ।

सेंट्रल रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल लीला ने बताया कि घटनास्थल पर तुरंत एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि दुर्घटना के बाद भी रेल यातायात सामान्य है और कोई व्यवधान नहीं हुआ है।

हादसे की सूचना के बाद रेलवे प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंचकर लोगों की मदद कर रही है। ट्रेन से गिरकर घायल हुए लोगों को तत्काल नजदीकी अस्पताल पहुंचाकर इलाज कराया जा रहा है। रेल अफसरों ने कहा है कि हादसे की जांच जल्द ही की जाएगी। फिलहाल सारा ध्यान लोगों के उपचार पर है।

हादसे के बाद से लोकल सेवा भी थोड़ी देर के लिए प्रभावित हुई थी। स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक हादसे में 10 से 12 यात्रियों के गिरने की खबर आयी है। इस हादसे की वजह ट्रेन में भीड़ होना माना जा रहा है। लोगों का कहना है कि ट्रेन इतनी भरी थी कि कई यात्री दरवाजे पर लटककर सफर कर रहे थे। अधिक भीड़ की वजह से ये हादसा हुआ है। मृतक यात्रियों की पहचान की जा रही है। इन सभी यात्रियों की आयु 30-35 वर्ष के बीच है।

मुंब्रा स्टेशन के पास पांच यात्री ट्रेन से गिर गए। कसारा जा रही ट्रेन के गार्ड ने इसकी जानकारी दी। मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल नीला ने बताया कि अभी यह पता नहीं चल पाया है कि यात्री किस ट्रेन से गिरे। पुष्पक एक्सप्रेस मुंबई और लखनऊ के बीच चलती है। पुष्पक एक्सप्रेस सुबह 8.25 बजे सीएसएमटी से रवाना हुई थी। पुष्पक एक्सप्रेस का अगला पड़ाव कल्याण रेलवे स्टेशन था। लेकिन जब यह दिवा और मुंब्रा स्टेशनों के बीच पहुंची तो यात्री ट्रेन से गिर गए।

शिवसेना शिंदे गुट के सांसद नरेश म्हस्के ने कहा कि यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रशासन को इस दुर्घटना के पीछे के कारणों का पता लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस बात की जानकारी जुटाना जरूरी है कि क्या किसी ने यात्रियों को धक्का दिया था या यह महज एक हादसा था।

पूर्व सांसद राजन विचार ने कहा कि मुंबई-कल्याण रूट पर लोकल ट्रेनों की संख्या कम होती जा रही है। लोगों को अपनी जान जोखिम में डालकर यात्रा करनी पड़ रही है। लोकल ट्रेनों में बहुत भीड़ होती है। उन्होंने मांग की कि स्थानीय बसों की आवृत्ति बढ़ाई जानी चाहिए।

पूर्व विधायक विद्या चव्हाण ने कहा कि इस दुर्घटना के लिए रेलवे प्रशासन जिम्मेदार है। दुर्घटना के समय रेलवे स्टेशन के बाहर कोई एम्बुलेंस नहीं थी। मुंबई की लोकल ट्रेनों की हालत बहुत खराब हो चुकी है। यात्रियों को अभी भी अच्छी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। लोकल ट्रेनों में बहुत भीड़ होती है, लोग दरवाजे के बाहर खड़े होकर यात्रा करते हैं। जब ट्रेनें देरी से चलती हैं तो रेलवे स्टेशन पर भारी भीड़ होती है। इस समय कई यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर लोकल ट्रेनों में चढ़ते हैं।

*

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

भोपाल में महिला ने एक साथ दिया चार बच्चों को जन्म, शादी के 5 साल बाद मिली खुशी

Story 1

अमेरिका में भारतीय छात्र से बर्बरता: एयरपोर्ट पर हथकड़ी, जमीन पर दबाया, डिपोर्ट

Story 1

कोलंबिया में विनाशकारी भूकंप: सड़कें फटीं, लोग घरों से भागे

Story 1

टेस्ला को झटका: ऑप्टिमस प्रोजेक्ट के चीफ ने छोड़ी कुर्सी, पारिवारिक कारण बताया

Story 1

एमपी के सीएम मोहन यादव के बेटे अभिमन्यु की हुई सगाई, खरगोन की डॉ. इशिता बनेंगी बहू

Story 1

भारत वापसी से पहले थरूर की पाकिस्तान को फटकार: दुनिया सच जान चुकी है, सौ बार...

Story 1

सोनम के वो तीन इशारे, जिन्हें समझ लेता राजा, तो बच सकती थी उसकी जान

Story 1

शिक्षा सेवा चयन बोर्ड कार्यालय के बाहर काली हंडी का प्रदर्शन: छात्रों का अनोखा विरोध

Story 1

स्टुअर्ट ब्रॉड बनते-बनते बचे आदिल रशीद, एक ओवर में पड़े 5 छक्के!

Story 1

लाइव रिपोर्टिंग कर रही रिपोर्टर को लॉस एंजेल्स पुलिस ने मारी गोली