पूर्वोत्तर भारत में कुदरत का कहर जारी है। बीते तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने नदियों को उफान पर ला दिया है, जिससे कई शहरों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। असम, मणिपुर, सिक्किम, मिजोरम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में आसमानी आफत से खतरा बढ़ गया है।
त्रिपुरा में अगरतला को छोड़कर सभी प्रमुख नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। मुख्यमंत्री ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और अधिकारियों के साथ स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने 28 राहत शिविर खोले हैं, जिनमें 6000 से अधिक लोगों को भेजा गया है। मौसम विभाग के अनुसार, त्रिपुरा में अगले एक सप्ताह तक मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है, लेकिन अब कोई बड़ी बाढ़ की उम्मीद नहीं है। हाओरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है।
मणिपुर में भारी बारिश ने कहर बरपाया है। पिछले 48 घंटों में राज्य भर में बाढ़ और भूस्खलन के कारण 3,802 लोग प्रभावित हुए हैं और 883 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। राजधानी इंफाल के कई इलाके और इंफाल पूर्वी जिले के कई हिस्से जलमग्न हो गए हैं, क्योंकि खुरई, हिंगांग और चेकोन इलाकों में उफान पर चल रही नदी के तटबंध टूट गए हैं। सेना और असम राइफल्स के जवानों ने इंफाल पूर्वी जिले में जलमग्न इलाकों से लगभग 800 लोगों को बचाया है। राज्य में 12 भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। इंफाल नदी में उफान के बाद ऑल इंडिया रेडियो इंफाल परिसर और सरकारी जवाहरलाल नेहरू आयुर्विज्ञान संस्थान सहित कई कार्यालयों में जलभराव हो गया है।
अरुणाचल प्रदेश सरकार ने पिछले 48 घंटों में राज्य भर में भूस्खलन से संबंधित घटनाओं में मरने वालों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इस अवधि के दौरान नौ लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने लोगों से सतर्क रहने और नदियों और जल निकायों में न जाने की अपील की है। पूर्वी कामेंग जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग-13 के बाना-सेप्पा खंड पर भूस्खलन के कारण सात लोगों की जान चली गई। लोअर सुबनसिरी जिले में जीरो-कामले रोड पर एक गोभी के खेत में भूस्खलन के बाद दो मजदूरों की मौत हो गई।
सिक्किम में भारी बारिश के कारण भूस्खलन से करीब 1,500 पर्यटक फंस गए हैं। तीस्ता नदी के खतरनाक स्तर पर पहुंचने पर रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने भारी बारिश के कारण नदी में जलस्तर के खतरनाक स्तर तक बढ़ने पर रेड अलर्ट जारी किया है। मंगन जिले के पुलिस अधीक्षक के अनुसार, बादल फटने से जलस्तर चार मीटर बढ़ गया है। रविवार को भी सिक्किम में लगातार बारिश जारी रही, जिससे तीस्ता नदी का जलस्तर बढ़ गया। शुक्रवार को मंगन जिले के चुबोम्बु के पास 11 लोगों को ले जा रहा एक पर्यटक वाहन सड़क से उतरकर तीस्ता नदी में जा गिरा था। दो यात्रियों को बचा लिया गया, जबकि नौ लापता लोगों की तलाश फिलहाल स्थगित है। लाचेन में 115 पर्यटक और लाचुंग में करीब 1350 पर्यटक फंसे हुए हैं।
#WATCH | Mangan, Sikkim: Water level of the Teesta river increases following heavy rainfall in the region.
— ANI (@ANI) June 1, 2025
(Source: IPR, Mangan) pic.twitter.com/ahXPLSXkjJ
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