1991 में कांग्रेस ने तो हाथ ही काट दिया... 34 साल पुरानी पाक संधि पर मचा घमासान!
News Image

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए 1991 के भारत-पाकिस्तान सैन्य पारदर्शिता समझौते को लेकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी विदेश मंत्री एस. जयशंकर से सवाल पूछने का दिखावा कर रहे हैं.

निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में दावा किया कि 1991 के समझौते में भारत और पाकिस्तान ने सैन्य गतिविधियों के बारे में जानकारी साझा करने पर सहमति व्यक्त की थी. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस पार्टी पाकिस्तान के साथ सुरक्षा पारदर्शिता का समर्थन करती थी.

दुबे ने समझौते से जुड़े दस्तावेज शेयर करते हुए लिखा, राहुल गांधी, यह आपकी बनाई हुई सरकार के समय का समझौता है. 1991 में आपकी पार्टी समर्थित सरकार ने यह समझौता किया कि किसी भी आक्रमण या सेना के मूवमेंट की जानकारी का आदान-प्रदान भारत व पाकिस्तान एक दूसरे से करेंगे. क्या यह समझौता देशद्रोह है? कांग्रेस का हाथ पाकिस्तानी वोट बैंक के साथ.

पीटीआई से बात करते हुए दुबे ने कहा, हम 1947 से ही पाकिस्तान को आतंकवादी राष्ट्र मानते हैं. हम 78 सालों से कश्मीर के मुद्दे पर उनसे लड़ रहे हैं और हमारे हिस्से के कश्मीर पर पाकिस्तान ने कब्जा कर रखा है. उसके बाद भी आप (कांग्रेस) पाकिस्तान को रियायतें देते रहे हैं.

उन्होंने नेहरू-लियाकत समझौता, सिंधु जल संधि और शिमला समझौते का भी जिक्र किया. दुबे ने सवाल किया कि 1991 में चंद्रशेखर सरकार को समर्थन देते हुए और 1994 में पी.वी. नरसिम्हा राव की सरकार के दौरान सेना, नौसेना और वायु सेना की तैनाती की जानकारी पाकिस्तान से साझा करना देशद्रोह नहीं है? उन्होंने मांग की कि भारत को देशद्रोह का मामला शुरू करना चाहिए और इस समझौते को बनाने वालों और कांग्रेस पार्टी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करनी चाहिए.

कांग्रेस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि फरवरी 1991 के अंत में ही कांग्रेस ने चंद्रशेखर सरकार से समर्थन वापस ले लिया था.

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि 1991 का समझौता शांतिकाल के लिए था ताकि सेना के मूवमेंट के दौरान दोनों देशों में गलतफहमी न हो. उन्होंने आरोप लगाया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने युद्ध जैसी परिस्थितियों में सारी जानकारी पाकिस्तान को दे दी.

भाजपा और कांग्रेस के बीच यह बहस विदेश मंत्री जयशंकर की राहुल गांधी द्वारा की गई आलोचना के बाद शुरू हुई है. कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया था कि भारत ने पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने से पहले ही इसके बारे में बता दिया था.

राहुल गांधी ने कहा था कि विदेश मंत्री जयशंकर की चुप्पी निंदनीय है और देश को सच्चाई जानने का हक है.

ऑपरेशन सिंदूर 7 मई को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए लॉन्च किया गया था, जिसमें पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की गई थी.

*

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

ई-रिक्शा में छेड़छाड़: युवती कूदी, 4 आरोपी गिरफ्तार

Story 1

मंडप में दुल्हन का ऐलान: मैं किसी और से प्यार करती हूं , मंगलसूत्र लिए देखता रहा दूल्हा

Story 1

रोहित-विराट के बाद एक और दिग्गज का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास, अचानक किया ऐलान!

Story 1

IPL 2025: चैंपियन टीम को मिलेंगे कितने करोड़? जानिए पहले सीजन से अब तक का प्राइज मनी का पूरा लेखा-जोखा

Story 1

RSS के पास है लिस्ट, छीन ली जाएगी मुसलमानों की ज़मीन: ओवैसी का वक्फ कानून पर तीखा हमला

Story 1

दरवाजा खुला और डर का किस्सा शुरू: कपकपी मूवी रिव्यू

Story 1

मुंह की खाने के बाद भी पाकिस्तान की गीदड़ भभकी: पानी रोकोगे तो सांसें बंद कर देंगे

Story 1

मैथ्यू फोर्ड का तूफान: डिविलियर्स के रिकॉर्ड की बराबरी, ठोकी वनडे इतिहास की सबसे तेज फिफ्टी!

Story 1

राहुल गांधी पर निशिकांत दुबे का पलटवार, 1991 के समझौते को बताया देशद्रोह ?

Story 1

इंग्लैंड दौरे के लिए 24 मई को टीम इंडिया का ऐलान!