पाकिस्तान के उड़ते आतंकियों को भारत के त्रिदेव ने किया धराशायी!
News Image

पाकिस्तान द्वारा भेजे जा रहे उड़ते आतंकियों यानी ड्रोन से निपटने के लिए भारत में एक मजबूत इंटीग्रेटेड एयर कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम काम कर रहा है। यह सिस्टम रडार के माध्यम से खतरों की पहचान करता है और दुश्मन की ताकत के अनुसार हमले का हथियार तय करता है। फिर, आसमान में ही दुश्मन के हथियारों को तबाह कर दिया जाता है।

इस सिस्टम का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा रूस से खरीदा गया S-400 एयर डिफेंस सिस्टम है। यह 600 किलोमीटर दूर से ही दुश्मन को पहचान सकता है और एक साथ 160 लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है। भारत और रूस के बीच 2018 में S-400 की 5 यूनिट के लिए 40 हजार करोड़ रुपये का समझौता हुआ था।

इसके अलावा, बराक-8 मिसाइल भी भारत का एक महत्वपूर्ण आसमानी सुरक्षा कवच है। इसे इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (IAI) और DRDO ने मिलकर बनाया है। यह 500 मीटर से लेकर 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित लक्ष्यों को तबाह कर सकती है।

आकाश मिसाइल सिस्टम भारत की एयर डिफेंस की तीसरी परत है। इसे DRDO ने बनाया है। यह 30 से 45 किलोमीटर दूर और आसमान में 18 किलोमीटर की ऊंचाई तक स्थित लक्ष्यों को तबाह कर सकती है। आकाश 64 टारगेट्स को एक साथ ट्रैक कर सकता है और एक समय में 12 मिसाइल लॉन्च कर सकता है।

रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, पाकिस्तान के आसमानी आतंकियों को निशाना बनाने के लिए भारत ने S-400 एयर डिफेंस सिस्टम और आकाश मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल किया। S-400 एयर डिफेंस सिस्टम से पाकिस्तानी ड्रोन्स को डिटेक्ट किया गया और फिर आकाश मिसाइल सिस्टम से उन्हें आकाश में ही ध्वस्त कर दिया गया।

भारत के वायु रक्षा कवच में SPYDER सिस्टम, SRSAM मिसाइल और L-70 गन भी शामिल हैं। L-70 गन, जो कि एक एंटी-एयरक्राफ्ट गन है, का इस्तेमाल भारतीय सेना 1971 से कर रही है और हाल ही में इसे और मॉडिफाइड करके ज्यादा घातक बनाया गया है। पाकिस्तान के आसमानी आतंकियों को सबसे ज्यादा इसी L-70 गन से तबाह किया गया।

अजरबैजान-आर्मीनीया युद्ध से लेकर रूस-यूक्रेन युद्ध तक, ड्रोन अटैक अब जंग का एक नया और निर्णायक अध्याय बन चुका है। पाकिस्तान द्वारा 10 मई के बाद आसमानी आतंकियों की भारत में घुसपैठ कराने से यह स्पष्ट है कि वह आगे भी ऐसा ही करेगा।

चूंकि जम्मू-कश्मीर में बॉर्डर पर भारतीय सुरक्षा बल बेहद चौकस हैं, इसलिए पाकिस्तान अब भारत में आतंकियों की घुसपैठ नहीं करा पाएगा। इसलिए वह आसमानी आतंकियों की घुसपैठ कराने की साजिश करेगा, इसकी आशंका है।

अगर आसमान में कोई पाकिस्तानी आतंकी दिखे, तो रात में सबसे पहले लाइट ऑफ कर दें, क्योंकि ड्रोन आमतौर पर ऊर्जा को सेंस करते हैं और ऊर्जा के स्रोत को देखते ही अटैक करते हैं।

सोशल मीडिया पर ड्रोन पकौड़ा वाली पोस्ट भी वायरल हो रही हैं, जिसमें दावा किया गया है कि अब बाजार में ड्रोन पकौड़ा नाम का प्रोडक्ट भी आ गया है।

*

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

पुणे के कारोबारियों का बड़ा फैसला: तुर्किये से नहीं खरीदेंगे सेब, एर्दोगन पर लगाया भारत विरोधी समर्थन का आरोप

Story 1

पीएम मोदी की चेतावनी से पाकिस्तान में खलबली, कहा - हमने आतंकवाद से सारे रिश्ते तोड़ दिए हैं

Story 1

पहलगाम हमले के बाद शोपियां में सुरक्षाबलों का बड़ा एक्शन, लश्कर के तीन आतंकी ढेर

Story 1

जीबी रोड: नाबालिग बच्चियों को जवान दिखाने के लिए इंजेक्शन, रोंगटे खड़े कर देने वाली सच्चाई!

Story 1

हिना रब्बानी खार: आतंकवाद के सवाल पर लाइव डिबेट छोड़कर भागीं पूर्व मंत्री, वीडियो वायरल

Story 1

इंग्लैंड सीरीज के लिए जिम्बाब्वे टीम का ऐलान, 39 वर्षीय क्रेग एर्विन बने कप्तान!

Story 1

ऑपरेशन सिंदूर: भारत ने खोये आठ वीर, किसी की शादी होनी थी, कोई था इकलौता बेटा

Story 1

ट्रंप ने मोदी की तुलना शरीफ से की! कांग्रेस ने पूछा- क्या पीएमओ को स्वीकार है?

Story 1

क्या किराए के चीनी विमान को रहीम यार खान एयरबेस पर उतार पाएंगे शरीफ-मुनीर? ओवैसी का तंज

Story 1

पाकिस्तान के उड़ते आतंकियों को भारत के त्रिदेव ने किया धराशायी!