युद्धविराम पर सिब्बल का बड़ा बयान: सरकार दे जवाब, नहीं तो...
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राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए हालिया युद्धविराम को लेकर सरकार पर कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने इस युद्धविराम पर स्पष्टीकरण की मांग की है।

सिब्बल ने संसद के विशेष सत्र की मांग करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इन सवालों के जवाब देने चाहिए और इस मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक बुलानी चाहिए।

सिब्बल ने शनिवार को सरकार से स्पष्ट करने को कहा कि यह युद्धविराम कैसे और क्यों हुआ। हम जल्द से जल्द संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग करते हैं, क्योंकि इस समय देश के सामने कई गंभीर सवाल खड़े हैं, जिनका उत्तर सरकार को देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि अगर सत्र नहीं बुलाया गया तो स्थिति विंटर सत्र तक जटिल हो सकती है।

सिब्बल ने इस मुद्दे पर एक सर्वदलीय बैठक बुलाने की भी मांग की। प्रधानमंत्री को इस बैठक में सभी विपक्षी दलों के नेताओं के सवालों का जवाब देना चाहिए।

उनका मानना है कि यह मुद्दा सिर्फ पाकिस्तान के साथ युद्धविराम नहीं है, बल्कि यह सुरक्षा, कूटनीति और भारत की विदेश नीति के बड़े प्रश्नों से भी जुड़ा है।

सिब्बल ने सवाल उठाया कि युद्धविराम क्यों हुआ और क्या इसके पीछे कोई गुप्त समझौता है। उन्होंने पूछा कि क्या सेना की पाकिस्तान के खिलाफ जबरदस्त जवाबी कार्रवाई के बाद अब इस युद्धविराम पर स्पष्टीकरण की आवश्यकता है।

सेना ने पाकिस्तान के आतंकवादी कैंपों पर हमला किया और लाहौर, रावलपिंडी के सैन्य क्षेत्रों में घुसकर कार्रवाई की, उन्होंने कहा।

सिब्बल ने कहा कि यह एक असाधारण स्थिति है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इतने महत्वपूर्ण मुद्दे पर कोई स्पष्टता नहीं दे रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या के बाद भी प्रधानमंत्री ने सर्वदलीय बैठक में भाग नहीं लिया।

उन्होंने कहा कि पहलगाम हमले से पहले प्रधानमंत्री को वहां जाने का अवसर था, लेकिन उन्होंने यह यात्रा रद्द कर दी।

सिब्बल ने यह भी सवाल किया कि क्या भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के दौरान अमेरिका और चीन की भूमिका थी। उन्होंने कहा, ट्रंप रोज मीडिया के सवालों का जवाब देते हैं, लेकिन भारत सरकार से इस मामले में पूरी जानकारी नहीं मिल रही है। अमेरिका और चीन के साथ क्या बातचीत हुई, यह हमें बताया नहीं गया।

उन्होंने कहा कि दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच होने वाली बैठक की जानकारी भी सार्वजनिक की जानी चाहिए।

सिब्बल ने कहा, हम आलोचना नहीं करेंगे, लेकिन हम सिर्फ विशेष सत्र और सर्वदलीय बैठक की मांग कर रहे हैं। हम सभी विपक्षी दलों से अपील करते हैं कि जब तक प्रधानमंत्री इस बैठक में शामिल नहीं होते, तब तक हम उस बैठक में शामिल नहीं होंगे।

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