मेरा मायका भारत, ससुराल पाकिस्तान, अब मैं क्या करूं: वीजा रद्द होने पर अफशीन का दर्द
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जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने अटारी बॉर्डर बंद करने का आदेश दिया, जिससे कई पाकिस्तानी नागरिक भारत छोड़ने को मजबूर हो गए। उन्हें 48 घंटे के भीतर लौटने का समय दिया गया।

अटारी बॉर्डर से जाने वाले कई पाकिस्तानियों ने निराशा व्यक्त की और कहा कि कुछ लोगों की हरकतों के कारण निर्दोष लोगों को पीड़ित नहीं मानना चाहिए।

केंद्र सरकार ने अटारी आईसीपी को बंद करने, भारत-पाकिस्तान में उच्चायोगों की क्षमता को घटाकर 30-30 अधिकारियों तक करने और सार्क वीजा छूट योजना (एसवीईएस) वीजा को निलंबित करने की घोषणा की। गृह मंत्रालय ने पाकिस्तान से जुड़े सारे वीजा कैंसिल करने के भी निर्देश दिए हैं।

पहलगाम में हुए हमले में 26 पर्यटकों की मौत हो गई और कई घायल हुए थे जिसके बाद सरकार ने ये कदम उठाया।

अटारी बॉर्डर से पाकिस्तान वापस लौटते हुए अफशीन नाम की एक महिला ने कहा, हमें 48 घंटे के अंदर चले जाने को कहा गया है। यह कैसे संभव है? अटारी जोधपुर से 900 किलोमीटर दूर है। हमें बसें नहीं मिल रही थीं। मेरे पति को टिकट के लिए 1 लाख रुपए का नुकसान उठाना पड़ा। मेरा पासपोर्ट भारतीय है, लेकिन मैं आधी पाकिस्तानी हूं। मेरा मायका भारत में और ससुराल पाकिस्तान में है।

अफशीन ने आगे कहा, आतंकी हमले में आम लोगों का क्या दोष है? मेरे लिए भारत और पाकिस्तान दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। सीमा पार शादी करने वाली महिलाओं के लिए कुछ विकल्प खुले रहने चाहिए। मैं अनुरोध करती हूं कि दोनों सरकारें आम लोगों को परेशान न करें।

एक अन्य महिला ने कहा, जो कुछ भी हुआ, वह सही नहीं है। मैं जोधपुर, राजस्थान से हूं और मेरी शादी पाकिस्तान में हुई है। हम 4 दिन बाद वापस लौटने वाले थे, लेकिन हमें जल्दी से जल्दी यहां पहुंचना पड़ा। सिर्फ अपराधियों को सजा मिलनी चाहिए। आम लोगों को नहीं। आतंकी हमला गलत था, चाहे इसे किसी ने भी किया हो। इस्लाम ऐसा नहीं सिखाता।

अटारी सीमा से वापस लौटते हुए हनीर नाम के एक पाकिस्तानी नागरिक ने कहा, स्थिति सामान्य है। कोई समस्या नहीं है। मुझे हमले के बारे में नहीं पता। हमें बताया गया कि हमें यहां से चले जाना चाहिए इसलिए हम वापस जा रहे हैं।

यूपी के रहने वाले एक शख्स अपनी बहन को अटारी बॉर्डर पर छोड़ने पहुंचे। उन्होंने कहा, मेरी बहन यहां 15 दिनों से थी, उसके पास 40 दिन का वीजा था। हमें उसे तुरंत वापस लाने के लिए एक कार किराए पर लेनी पड़ी। हमें अनावश्यक खर्च उठाना पड़ा। शांति होनी चाहिए।

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