जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में एक कश्मीरी युवक, सैय्यद हुसैन शाह की भी जान चली गई। सैय्यद हुसैन अशमुकाम के रहने वाले थे और पहलगाम में घोड़े चलाने का काम करते थे। वे पर्यटकों को अपने घोड़े पर घुमाते और मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते थे।
उनके पिता, सैय्यद हैदर शाह ने बताया कि मंगलवार को भी वे पहलगाम घोड़े चलाने के लिए गए थे। दोपहर तीन बजे उन्हें हमले की खबर मिली। पहलगाम आतंकी हमले में गोली लगने से सैय्यद हुसैन शाह की मृत्यु हो गई।
जब हमें हमले की सूचना मिली, तो हमने उन्हें फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। हमने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। बाद में पता चला कि हमारे बेटे को भी गोली लगी है, उन्होंने दुख व्यक्त करते हुए कहा।
सैय्यद हुसैन के पिता ने बताया कि वह पहलगाम में मजदूरी करने गया था। जब हमने उसे फोन किया तो फोन नहीं लगा। हमने पुलिस थाने में जाकर शिकायत दर्ज करवाई।
हमें इंसाफ चाहिए... दोषियों को सजा मिलनी चाहिए, उन्होंने आगे कहा, वो तो बेगुनाह था, आतंकियों ने बेगुनाह मार दिया। सैय्यद हुसैन घर में सबसे बड़ा था, वो अकेला कमाने वाला था।
सैय्यद हुसैन शाह के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। उनकी मां अपनी आपबीती सुनाते हुए भावुक हो गईं।
पर्यटकों पर आतंकी हमला, 26 की नृशंस हत्या
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर 26 लोगों की नृशंस हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि सेना की वर्दी में आए आतंकवादियों ने पहलगाम की बायसरन घाटी में पर्यटकों से पहले उनका धर्म पूछा, পরিচয় पत्र देखे और फिर हिंदू होने पर गोली मार दी। मृतकों में ज्यादातर पर्यटक हैं, जिनमें दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक भी शामिल हैं।
टीआरएफ ने ली हमले की जिम्मेदारी
इस हमले में लगभग 20 लोग घायल हुए हैं। सरकार ने अभी केवल 16 मौतों की पुष्टि की है। सुरक्षा एजेंसियों ने देर रात कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। तीन जुलाई से शुरू होने वाली श्री अमरनाथ यात्रा से पहले इस कायराना हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े गुट द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है। फरवरी 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है। उस हमले में सीआरपीएफ के 47 जवान मारे गए थे।
पीएम मोदी सऊदी अरब की यात्रा बीच में छोड़कर लौटे
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सऊदी अरब की यात्रा बीच में छोड़कर लौट आए हैं। उन्होंने इस वारदात की कड़ी निंदा की है। बुधवार सुबह सऊदी अरब से हवाई अड्डे पर पहुंचकर उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ बैठक की और पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद की स्थिति पर चर्चा की।
नाकेबंदी व सघन तलाशी अभियान
सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने आतंकियों की तलाश में अभियान शुरू कर पहलगाम और आसपास के इलाकों में पूरी तरह नाकेबंदी कर दी है। सभी अहम मार्गों पर वाहनों की तलाशी ली जा रही है।
एनआईए करेगी जांच
यह अब तक नागरिकों पर सबसे बड़ा हमला है। टीआरएफ वही आतंकी गुट है जो डोडा-किश्तवाड़ क्षेत्र में सक्रिय था। इसमें स्थानीय मददगारों के भी शामिल होने का शक है। हमले की जांच राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) करेगी।
मृतकों में शामिल कुछ लोगों के नाम:
*#WATCH | अनंतनाग, जम्मू-कश्मीर: पहलगाम आतंकी हमले में जान गंवाने वाले अनंतनाग निवासी सैयद हुसैन शाह की मां आपबीती बताते हुए भावुक हुईं। pic.twitter.com/lYOrCAJyib
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 23, 2025
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