भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर 9 महीने के लंबे अंतरिक्ष प्रवास के बाद सुरक्षित रूप से धरती पर लौट आए हैं। उन्हें फ्लोरिडा में 18 मार्च, 2025 को स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल के ज़रिए समुद्र में उतारा गया। उन्हें अगले 45 दिनों तक डॉक्टरों की निगरानी में रखा जाएगा।
ड्रैगन कैप्सूल से बाहर निकलने के बाद सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर, अलेक्जेंडर गोर्बुनोव और निक हेग ने हाथ हिलाकर और अंगूठा दिखाकर सभी का अभिवादन किया। उन्हें 5 जून, 2024 को एक सप्ताह के लिए अंतरिक्ष में भेजा गया था, लेकिन स्टारलाइनर कैप्सूल में तकनीकी खराबी के कारण उन्हें 9 महीने तक अंतरिक्ष में रहना पड़ा।
फ्लोरिडा के समुद्र तट पर उतरने से पहले ड्रैगन कैप्सूल ने अपने चारों पैराशूट सफलतापूर्वक खोले। अंतरिक्ष यान ने लगभग 17 घंटे की यात्रा के बाद समुद्र की सतह पर सफल लैंडिंग की। इस मिशन में सुनीता विलियम्स को वापस लाने के लिए नासा के निक हेग और रोस्कोस्मोस के अलेक्जेंडर गोर्बुनोव भी साथ थे।
अंतरिक्ष यान ने 2:41 बजे डीऑर्बिट बर्न शुरू किया, जिससे उसकी गति धीमी हो गई, और 3:27 बजे कैप्सूल नीचे उतरा। नासा ने स्पेस स्टेशन से अलग होते हुए अंतरिक्ष यान का एक वीडियो भी जारी किया।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सुरक्षित वापसी के लिए एलन मस्क को जिम्मेदारी सौंपी थी। मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने ड्रैगन कैप्सूल क्रू-9 को अंतरिक्ष में भेजा था, जिसे अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने का काम सौंपा गया था। इस मिशन के लिए फाल्कन 9 रॉकेट के ऊपर ड्रैगन कैप्सूल लॉन्च किया गया था। क्रू-10 ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर क्रू-9 की जगह ले ली है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने पूर्ववर्ती बाइडेन प्रशासन पर सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को 9 महीने तक अंतरिक्ष में फंसाने का आरोप लगाया था। इन अंतरिक्ष यात्रियों को केवल 8 दिनों के लिए भेजा गया था। स्टारलाइनर कैप्सूल के प्रोपल्शन में समस्या आने के बाद वे फंस गए थे।
उड़ान भरने के लिए अयोग्य माने जाने के बाद, यह कैप्सूल सितंबर 2024 में बिना क्रू के वापस लौट आया। नासा ने फिर से स्पेसएक्स के क्रू-9 मिशन को सितंबर में लांच किया ताकि फंसे हुए अंतरिक्ष यात्रियों के लिए जगह बनाई जा सके। इसके बाद दो सदस्यीय चालक दल के साथ एक ड्रैगन अंतरिक्ष यान भेजा गया।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के लिए अब आगे कई तरह की शारीरिक और मानसिक चुनौतियां होंगी। 9 महीने तक अंतरिक्ष में रहने के बाद उनकी हड्डियों और मांसपेशियों का काफी क्षय हो चुका है, और उन्हें विकिरण जोखिम और दृष्टि हानि जैसी चुनौतियों का भी सामना करना पड़ सकता है। गुरुत्वाकर्षण की कमी के कारण हड्डियों का घनत्व कम हो जाता है, और नासा के अनुसार, अंतरिक्ष में हर महीने वजन सहन करने वाली हड्डियाँ लगभग एक प्रतिशत कम घनी हो जाती हैं, अगर अंतरिक्ष यात्री सावधानी नहीं बरतते हैं।
Splashdown confirmed! #Crew9 is now back on Earth in their @SpaceX Dragon spacecraft. pic.twitter.com/G5tVyqFbAu
— NASA (@NASA) March 18, 2025
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