न्यूयॉर्क के मिडटाउन मैनहट्टन स्थित ट्रंप टॉवर उस समय अराजक हो गया जब महमूद खलील की हिरासत के खिलाफ सैकड़ों लोग इकट्ठा हो गए.
महमूद खलील फिलिस्तीनी मूल के अल्जीरियाई नागरिक और कोलंबिया विश्वविद्यालय में एक प्रमुख कार्यकर्ता हैं. उन्हें अमेरिका से निष्कासन के आदेशों का सामना करना पड़ रहा है. खलील एक ग्रीन कार्ड धारक हैं और अमेरिकी नागरिक से विवाह कर चुके हैं. वे फिलिस्तीनी समर्थक प्रदर्शनों में सक्रिय भूमिका निभाते थे.
हाल ही में ट्रंप प्रशासन के दस्तावेजों में उन्हें संयुक्त राज्य से निर्वासन का विषय बताया गया, जिससे इस विरोध की शुरुआत हुई. उन्हें न्यू जर्सी में हिरासत में लिया गया और फिर लुइसियाना के एक जेल में भेज दिया गया.
प्रदर्शनकारियों ने ट्रंप टॉवर पर धावा बोल दिया और महमूद को रिहा करो, सबको रिहा करो! के नारे लगाए.
इस विरोध का नेतृत्व यहूदी वॉयस फॉर पीस समूह ने किया, जिसमें बड़ी संख्या में यहूदी समुदाय के लोग शामिल थे. सोशल मीडिया पर विरोध के वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिनमें प्रदर्शनकारियों को अमेरिकी सरकार के खिलाफ नारे लगाते और लॉबी के भीतर धरना देते हुए दिखाया गया है.
अभिनेत्री डेबरा विंगर भी इस विरोध में शामिल हुईं, जिन्होंने ट्रंप प्रशासन पर यहूदी विरोधी भावना को बढ़ावा देने का आरोप लगाया.
न्यूयॉर्क पुलिस विभाग ने विरोध को नियंत्रित करने के लिए हस्तक्षेप किया और करीब 100 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया. यूनियन जस्टिस ने खलील के निर्वासन पर अस्थायी रोक लगाई है, जिससे अब उनकी गिरफ्तारी और हिरासत की अपील पर अदालत में विचार किया जाएगा.
हालांकि, यह मामला अलग से आव्रजन अदालत की कार्यवाही में भी देखा जा रहा है, जहां खलील के ग्रीन कार्ड रद्द करने और निर्वासन पर फैसला होगा.
इस घटना ने ट्रंप प्रशासन और उसकी आव्रजन नीतियों के खिलाफ लोगों के बीच नई बहस छेड़ दी है. सोशल मीडिया पर कई लोग खलील की रिहाई की मांग कर रहे हैं, जबकि कुछ लोग प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
कांग्रेस सदस्य मार्जोरी टेलर ग्रीन ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि इमारत के मालिक निश्चित रूप से आरोप लगाएंगे.
प्रदर्शनकारियों का मानना है कि खलील को अवैध रूप से हिरासत में लिया गया है और उनका निर्वासन अमेरिका की विदेश नीति पर गंभीर असर डाल सकता है. वहीं, ट्रंप प्रशासन का कहना है कि खलील की गतिविधियां अमेरिकी सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती हैं.
महमूद खलील की हिरासत और उनके खिलाफ निर्वासन की कार्रवाई के बाद न्यूयॉर्क में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. यह घटना न केवल खलील के लिए, बल्कि व्यापक आव्रजन नीतियों और उनकी प्रतिक्रियाओं के लिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. अदालत का अंतिम फैसला इस मामले के भविष्य को निर्धारित करेगा.
Protesters have OCCUPIED Trump TOWER in NYC chanting Free Mahmoud, Free them All!
— Marjorie Taylor Greene 🇺🇸 (@mtgreenee) March 13, 2025
I know the owner of that building and he will definitely be pressing charges.
FAFO.
pic.twitter.com/nGlUSeaJ9D
होली पर हादसा: मुंबई-अमरावती एक्सप्रेस ट्रक से टकराई, इंजन में लगी आग!
CID के अंदाज़ में दिल्ली कैपिटल्स का खुलासा: कल होगा नए कप्तान का ऐलान!
उत्तर भारत की महिलाओं पर मंत्री का विवादित बयान, मचा हड़कंप!
होली के रंग में भंग? जुम्मे की नमाज़ के लिए संभल में ब्रेक का एलान!
राजधानी में होली पर सुरक्षा चाक-चौबंद, मस्जिदों में शांतिपूर्ण नमाज़ अदा
मशहूर फैशन ब्रैंड के विज्ञापन से फ्रांस में बवाल, आइफिल टॉवर को दिखाया हिजाब में!
दिल्ली कैपिटल्स: कप्तान के नाम का खुलासा कल सुबह 9:30 बजे!
होली पर ज्ञान बांटना दिल्ली की CM रेखा गुप्ता को पड़ा भारी, जनता ने सुनाई खरी-खोटी
जगन मोहन रेड्डी का शीशमहल : आलीशान महल बना विवादों का अड्डा!
होली और जुमे की नमाज: दिल्ली-संभल में सुरक्षा चाक-चौबंद, शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न