आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने मोदी कैबिनेट में शामिल होने की अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा है कि उनकी कोई और राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं है, सिवाय इसके कि वह अपने राज्य का पुनर्निर्माण और विकास करें.
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए कहा कि जब चंद्रबाबू नायडू से यह पूछा गया कि क्या वह मोदी कैबिनेट में शामिल होंगे, तो उन्होंने कहा, क्षतिग्रस्त राज्य के पुनर्निर्माण के अलावा मेरी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं है। पिछले पांच सालों में राज्य के विभाजन से कहीं ज्यादा नुकसान हुआ है। लोगों ने मुझ पर और एनडीए पर भरोसा किया और पुनर्निर्माण में हमें जिताया। मेरा लक्ष्य राज्य का पुनर्निर्माण करना, इसे विकास के पथ पर ले जाना और स्वर्ण आंध्र प्रदेश 2047 के सपने को साकार करना है।
इससे पहले, 21 जनवरी, 2025 को मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा था कि भारत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में सही समय पर सही नेता मिला है और वह देश को विभिन्न आर्थिक और सामाजिक मानदंडों पर शीर्ष पर ले जाएंगे।
भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए आंध्र प्रदेश के सीएम ने कहा था, मुझे पूरा विश्वास है कि भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बन जाएगा और विभिन्न क्षेत्रों में पहले या दूसरे स्थान पर पहुंच जाएगा। उन्होंने गरीबी और भुखमरी जैसे मुद्दों से निपटने और सभी के जीवन में सुधार लाने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल से पी4 मॉडल या सार्वजनिक, निजी और जन भागीदारी की ओर बढ़ने की वकालत की थी।
నష్టపోయిన రాష్ట్రాన్ని పునర్నిర్మాణం చేయటం తప్ప, నాకు ఎటువంటి రాజకీయ ఉద్దేశాలు లేవు. గత ఐదేళ్లలో, రాష్ట్ర విభజన కంటే ఎక్కువ నష్టం జరిగింది. ప్రజలు నా మీద నమ్మకంతో, ఎన్డీఏ మీద నమ్మకంతో పునర్నిర్మాణం చేయమని మమ్మల్ని గెలిపించారు. రాష్ట్రాన్ని రీ బిల్డ్ చేసి, అభివృద్ధి పథంలో… pic.twitter.com/xbeCT4iwD3
— Ram Mohan Naidu Kinjarapu (@RamMNK) January 22, 2025
जमीन पर बैठकर छात्राओं से संवाद करने उतरे कलेक्टर
ऑपरेशन बॉर्डर: बांग्लादेशी साजिश का पर्दाफाश, देशद्रोही चेहरे बेनकाब
ILT20: रोमारियो शेफर्ड की 5 गेंदों पर तूफानी बल्लेबाजी, अबु धाबी नाइट राइडर्स को 28 रनों से हराया
मणिपुर: NDA से समर्थन वापसी की घोषणा, आधे घंटे में JDU ने राज्य अध्यक्ष को हटाया
रश्मिका मंदाना को पैर में लगी चोट के बाद एयरपोर्ट पर व्हीलचेयर का सहारा लेना पड़ा
पटरियों पर लाशें, चारों तरफ खून... कितना भयावह था मंजर? जलगांव ट्रेन हादसे की सुनिए आंखोंदेखी
जूना अखाड़े से क्यों भगाए गए अभय सिंह? महाकुंभ में बन गए IIT Baba! कभी जलाई चिलम तो कभी हिलाई कमरिया
बुजुर्ग टैक्सी ड्राइवर की महाकुंभ यात्रा ने छूए पैर
अर्शदीप सिंह का कमाल... रचे इतिहास, बन गए ऐसे करने वाले पहले भारतीय
मणिपुर में घमासान! जेडीयू के लेटर बम ने बढ़ाई बीजेपी की धुकधुकी