HMPV वायरस नया नहीं, 24 साल पहले मिला था पहला केस
News Image

वायरस का इतिहास: संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, HMPV वायरस को पहली बार 2001 में पहचाना गया था। यह तब से मानव आबादी में मौजूद रहा है, आमतौर पर सर्दी और वसंत ऋतु में फैलता है। यह कोविड-19 से अलग है।

भारत में स्थिति: हाल ही में कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में HMPV के पांच मामले सामने आने के बाद, केंद्र ने राज्यों को जागरूकता फैलाने और निगरानी बढ़ाने की सलाह दी है।

वायरस के लक्षण: HMPV सांस संबंधी बीमारियों का कारण बन सकता है, जिसमें निम्न शामिल हैं:

रोकथाम और उपचार: HMPV के लिए कोई विशिष्ट उपचार नहीं है, लेकिन लक्षणों का उपचार किया जा सकता है। रोकथाम के उपायों में शामिल हैं:

चिंता की कोई आवश्यकता नहीं: केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने लोगों से घबराने से इनकार करने का आग्रह किया है क्योंकि यह वायरस 2001 से विश्व स्तर पर मौजूद है। उन्होंने कहा कि देश सर्दियों के महीनों में सांस संबंधी बीमारियों में किसी भी संभावित वृद्धि से निपटने के लिए तैयार है।

कुछ अन्य वेब स्टोरीज

Story 1

पुष्पा 2 : रिकॉर्ड तोड़ कमाई के बाद भी नहीं थमी मेकर्स की रणनीति, अब निकाला ये नया पैंतरा

Story 1

ये तो सवाशेर निकला!

Story 1

कंगाल पाक में अनोखी शादी: छह भाइयों ने रचाई छह बहनों से शादी

Story 1

दिल्ली सीएम आवास के बाहर धरने पर बैठे संजय सिंह, सौरभ भारद्वाज, भाजपा का बंगले का वीडियो जारी

Story 1

बाइक पर कंबल लपेटे घूम रहे तीन दोस्तों का वीडियो वायरल

Story 1

कंबल ओढ़े सोते शख्स के साथ चिपक कर सोई चीता फैमिली

Story 1

टॉप 5 वीडियो: इस हफ़्ते वायरल हुए इन वीडियो ने मचाया तहलका, राइनो के आगे गिरीं मां-बेटी से बंदर के पतंग उड़ाने तक..

Story 1

छोटू ने मचाया धमाल, डांस वीडियो से बना दिया सबका दिल खुश

Story 1

यश के जन्मदिन पर फैंस को तोहफा, रिलीज हुआ टॉक्सिक का म्यूजिकल टीजर

Story 1

पहले शोर, फिर चोर : शीशमहल पर BJP का फिर हमला